________________ णायकुमारचरिउ / [1. 16.1 The king sends his minister and the merchant to Giriragara and Prithvidevi is brought to Kanakapura. तो भणइ राउ तुहुँ परमसुयणु जें दाविउ एहउ णारिरयणु / पुणु चवइ णिवइ दक्खवहि झत्ति पइँ पारंभिउं तुहुँ करि समत्ति / [धरि उवरि पडती विरहमारि आणहि जाएप्पिणु लहु कुमारि / / पाहुडइँ णिबद्धइँ भूसणाई विमलइँ देवंगईं णिवसणाई। चंदक्कसुक्कभाहरणएहिँ पहुणा पुजिउ आहरणएहिँ / पट्टविउ महंतउ बुद्धिवंतु गिरिणयेरु पत्तु वणिवरु तुरंतु / दिट्ठउँ सिरिवम्मु सिरीणिकेउ विण्णविउ विउ रिउजायवेउ / पेसहि सुय किं बहुवित्थरेण परिणिज्जउ णववहु णरवरेण / घत्ता-ता हयगयरहजपाणधय छत्तइँ भिञ्चविलासिणिउ / णीहारगउरहारावलि उ कंचीदामइँ किंकिंणिउ // 16 // / 17 Description of the bride. ढोएप्पिणु पहुणा पिहिये तणय गय सा वरइत्तणिवद्धपणय / णिय वणिणा कणय उरहो मयच्छि दिट्ठा वरेण णं मयणलच्छि / जो कंतहे णहेयलि दिठु राउ महु भावइ सो णहयरणिहाउ / चारत्तु णहहँ एए कहंति अंगुठ्य परमुण्णंय वहति / गुप्फइँ गूढत्तणु जं धरंति णं भुअणु जिणहुँ मंतु व करंति / जंघाजुयलउ णेउरदुएंण वण्णिजइ णं घोंसे हुएण। वग्गइ वम्महु वहुविग्गहेण . जण्हुँयसंधान परिग्गहेण / ऊरूथंहिँ रइधरु अणेण . रेहइ मणिरसणातोरणेण / . कर्डियलगरुयत्तणु तं पहाणु जं धरियउ मयणणिहाणठाणु / मणि चिंतवंतु सयखंडु जाहि तुच्छोयरि किह गंभीरणाहि। . सोहिय ससिवयणह तिवलिभंग . लायण्णजलहोणावइ तरंग / थणथड्ढत्तणु परमाणणासु भुयजुयलउ कामुयकंठपासु। गीवह गइवेय उ हिययहारि बद्धउ चोरु व स्वावहारि / अहरुल्लउ वम्महरसणिवासु . दंतहिं णिजिउ मोत्तिय विलासु। .. धत्ता-जइ भउहांकुडिलत्तणेण णर सरधणुरुहेण पहय मय / / तो पुणु वि काइँ कुडिलतर्णहो सुंदरिसिरि धम्मिल्ल गय // 17 // 16. 1. ABE omit this line and open the कडवक with the next line reading त _in place of पुणु. 2. E णयरि. 3. ABCD°वइ. . 4. ABCD दिट्ठिउ. 5. C विण्णवियउ रिउवणजायवेउ. 6. E वलिहि. 17. 1. CDE पहिय. 2. CDE कमयलि. 3. Cणं. 4. AB चारत्त; D चारुत्त; E चारित्त. 5. CE इ. 6. C हं. 7. CE जुएण. 8. C जण्हव; E जण्यसंधाणु. 9. CE खंभ. 10. D कडिलय. 11. E णिहाणु. 12. C परमणु ण तासु. 13. C सरणिवासु. 14. E°त्तणेण, , PP.AC.Gunratnasuri M.S. Jun Gun Aaradhak Trust