________________ 166 णायकुमारचरिउ [9. 20.7 उववासु गिण्हेवि चाउत्थु तिविहेण मणवयणकाएण परिसुद्धहियएण / अणुमणण तिविहा वि णउ करइ कारवइ अइकडुयखरफरुसवयणाई णउ चवइ / णिसुणंतु गुरुपायमूले सुधम्मत्थु / संसारणिस्सारदुक्खाण परमत्थु / सज्झाणझाणग्गिदड्ढाण पासम्मि संथारसेज्जाश सोवेई ता तम्मि / संथारु सोहेइ उग्गमियसूरम्मि वेइंदियाईण अणुजीवसयणम्मि / अच्छेइ जिणभवणे सो वेय दिणु एक परिहरिवि घरवासु जइभावगुणथक्कु / णहछेय णयणंजणादीयकं तत्तु गववत्थवरमल्लसमलहणपरिचत्तु / ण सुणेइ गंधव्वु णउ णियइ पेक्खणउ ण सुणेइ ण कहेइ विकहा. काहणउ / सुविहाणि सुविसोहि वंदेवि जिणणाहु तिविहेण अइझुट्ठ कामारिमयवाहु / दो णवण चउसीस दोदह वि आवत्तु / बत्तीस अइयार दूरेण परिचत्तु / तणुसग्गदोसा वि बत्तीस जाणंतु परिहरइ सो भविउ गुणदोस भावंतु / संतोसभावेण जाएवि णियगेहु . हाएवि धुयवत्थराउत्तंणियदेहु / गेहत्थु होएवि पुणु णियइ गिहवारु आवंतु वरपत्तु पडिगहइ गुणसारु / घत्ता-मज्झण्णण घरपंगणश जोइवि मुणि वंदेवि धरिजइ / णियसत्तिय सुभत्तिय सुद्धाहारदाणु तहो दिज्जइ // 20 // Method of observing the fast continues. णवेवि मुणिंदु भवीयणचंदु। घरम्मि छुहेवि चउक्के ठवेवि। समच्चिवि पाय विहीण जेवाय / पुणो वि णमंतु तिलोयमहंतु / करे वि समुद्ध तहो सग छुद्ध। मुणीण सजोग्गु सचित्तु अजोग्गु / ण देइ भवीउ असुद्ध सवीउ। सुभोयणु देवि संतोसु करेवि। मुणीण समाणु अणुव्वजमाणु। घरंगणु जाम स गच्छइ ताम। जिणागमि जेम पयासइ तेम। सपुत्तकलत्तु परीयणजुत्तु / सगाविमहीसि सुचारसमीसि / करेवि असेसु सतोसविसेसु / सभोयणलीणु करेइ गिहीणु / सुपोसहु, एम फलेइ सु तेम। णियासमे थक्कु करेवि वियकु / तहण्णु सुणेसु कहेमि विसेसु। 5. सासम्मि. 6. ABD सोचेइ. 7. A B णववत्यु मरमत्तेसमलहणे; E णववत्थसरसत्ति. 8. E' सुद्ध. 9. A B पत्तोय. 10. D पाउत्त. 21. 1. E णिराय. 2. B समद्ध; C समिद्ध; E समदु. 3. E सुतोसु. P.P.AC.Gunratnasuri M.S. Jun Gun Aaradhak Trust