________________ 142 णायकुमारचरिउ [ ८.१५.९की सेण्णभंगे सई वाउवेउ अभिडिउ भडहँ भंडणे अजेउ। जायंधरिणा ओसरिवि सरिवि असिणासिवत्तु णिवडंतु धरिवि / हउ विण्णाणेण लहेवि रंधु छिजंतु दुट्ठकंठट्ठिबंधु / उच्छलिउ रुहिरु धाराण सरलु पडियउ सिरु णाई सणालु कमलु / घत्ता-उल्हाविउ वइरिह मणगयखेरिहेकोवहुवासणु पन्जलिउ / असिवाणियधारश परदुव्वार, णियपरिहवपडु विच्छुलिउ // 15 // 16 Submission of the warriors, marriage of the maidens, restoration of the kingdom to their brothers and Nagakumara's return to the Pandyan capital. जाणिउ कण्णापरितायणेण आएं भडणियरें तोयणेण / विण्णविउ रोउ जयलच्छिकामु तुहँ अम्ह सामि पञ्चक्खु कामु / पहुणा रामेण व वाणरोहु किंकरयणु इच्छिउ वा गरोहु / मुद्धउ पियदंसणे हरिसियाउ णं मलयमहासुसिहरि सियाउ / वरतिलयंउ चंदणसुरहियाउ पवरच्छराउ णं सुरहियाउ / णयणेहिँ परेज्जियहरिणियाउ णं गोउलगोविउ हरिणियाउ। कैलमंगलपुण्णमणोहराउ / वड्ढारियसयणमणोहराउ। णं हंसिणीउ सुरतरुणियाउ * परिणिवि णीसेसउ तरुणियाउ / करपल्लवउववणतरु णियाउ पुरवरे गुणपसरियवयणराउ / हयपवणवेयरक्खंकराय कय रक्खमहारक्खंक राय / थवियाउ ताउ तित्थु जि सईउ लीलालोइयणियपुरिसईउ। ते णवसेवय विणिहिय सुधीर तहिं रक्खणु मंतीस वि सुधीर / आरुहि वि मणोहरु सुरविमाणु / तेएणोहामियसरविमाण। पंच वि जण मणिभूसियसवासे आवेप्पिणु थिय पंडीसवासे / घत्ता-हरहारहिमुज्जलु वियलियकलिमलु अणिवारिउ परिभमइ तहिँ / जसु णरवरसारहो णायकुमारहो पुप्फयंतकिरणाई जहि // 16 // इय णायकुमारचारुचरिए णण्णणामंकिए महाकइपुप्फयंतविरइए महाकन्वे बहुकण्णाकल्लाणवीरकिंकरलंमो णाम अट्ठमो परिच्छेउ समत्तो॥ संधि // // 8. CE कयं. 9. C अभिडइ. 10. E आणा. 11 C. खेहिरे. 12. E विच्छलिउ. 16. 1. C भायणेण. 2. C सउ. 3. C पच्चक्ख. 4. D तिलउ. 5. D परिज्जिय. 6. Ereads before this करपल्लवउववणतसणियाउ णं हसणीउ सुरतरुणियाउ. 7. A B CE मणोरहाउ. 8. E omits this foot. 9. A B C मुणिदूसिय; E मुणिभूसिय. P.P.AC. Gunratnasuri M.S. Jun Gun Aaradhak Trust