________________ 140 णायकुमारचरिउ [8. 13. १२तहिँ अवसर 'भिच्चे हक्कियाउ , णीसेसउ कण्णउ कोक्कियाउ / पुरवरु गयाउ गयवरगईउ पहु संचिंतइ मंतिहिं मईउ / घत्ता-रामाहररायहो दीणहो रायहो परपीडणे किं परियउ। मणमि रायत्तणु जग जसकित्तणु जेण दीणु उद्धारियउ // 13 // 14 Nagakumara sends ambassadors to Pavanavega, demanding restoration of the kingdoin and release of the maidens. The enemy's retort, इय भणिवि अछेयाभेय सिह ते दूय बे वि पुरवर पइट्ठ / रायालए बोल्लिउ पवणवेउ आएसु देइ तुह मयरकेउ। रक्खहोमहरक्खहोरज्जु देवि णीसरु तुहुँ पुरवरु परिहरेवि / मा कुमेरिहिं केरी करहि तत्ति मा हक्कारहि भीसणभवित्ति / जणकवलवलणकीलाविसाले मा णिवडहि कावालिणिकवाले / ता भणिउ सरस मारुयंजवेण / मारइ अणंगु विरहें णवेण / पियमुहकमले अवलोइएण णउ सत्थे संगरे ढोइएण / ओहच्छमि हउँ विरएवि वूहु आवेउ लेउ कण्णासमूहु। जं ससुरहो किउ तं करमि तासु भक्खंतु लुद्धगिद्धतमासु / ता गय ते जोइय चरणरेहिं पहरणइँ लिंति दीहरकरेहिं / . घत्ता-पंच वि भाभासुर जियदेवासुर रयणविहूसणपरियरिय / जगे णायणयाणय परिपालियपय लोयवाल णं अवयरिय // 14 // Pavanavega meets his death at the hands of Nagakumara, णं पंच वि पंडव अइपयंड णं पंच हत्थि मयगिल्लगंड / णं पंच सोह णं पंच जलण णं पंच मेरुसंजायचलण / णं पंच वि मयणहो पंचबाण पंच वि धाविय उग्गयकिवाण / पंचहि हयगयरहरहिय दलिय णं पंडुसुयहिँ रणि कुरु व मलिय / पंचेंहिं वि रिउहुँ गलवेवियाई पंचत्तहो णीयई जीवियाई। दलियाई रहंगई रहवराह गन्जिय गय गयगंधेण ताह। पहरंतहँ जायंधरिणराह रहरहिय ण याणिय कहिँ गयाहँ / हय हय मुहफेडें थिप्पमाण हिलिहिलिअंतीवलिगुप्पमाण / 6. E भिच्चइं. 7. E परियउ. 8. A B D E मज्झु वि. 9. A B उरियउ. 14. 1. E णीहरु. 2. E कुवरिहिं. 3. C कमुल. 4. E मारुव. 5. E सुसरहो. 6. A व 7. AB भासुर. . 15. 1. Comits this foot. 2. E पंच वि णं मयणहो. 3. ABC omit this line. 4. C पंच 5. ABC omit this line; E पहरंतहिं. 6. C यंतावलि. 7. D गुप्फमाण. P.P.AC. Gunratnasuri M.S. Jun Gun Aaradhak Trust