________________ VIU Mahavyala enjoys life at Kusumapura. जयवम्महो णंदणु णयणाणंदणु गणियासुंदरिहिययहरु / कुसुमउरे रवण्णण धणपरिपुण्णण बाहिरपुरे हिंडइ पवरु ॥ध्रवकं // हिंडइ गंदणवणु पेच्छमाणु धयरट्ठमणोहरे गच्छमाणु। सिहि णच्चमाणु कोइलु लवंतु जोइयउ परावउ कलु कणंतु / पभणिउ तरुणिहिँ मणियाइँ जाइँ कहिँ सिक्खिओ सि तुहुँ पक्खि ताई। ओसरसु कीर कोमलिय ललिय मा भंज हि तुहुँ मायंदकलिय / किं मुक्ख तिक्खचलचंचु घिवसि पुप्फवइवेल्लि पुणु पुणु वि छिवसि / अच्छउ बाहिर वेढिवि भुयंगु माणिउ केयइकुसुमंतरंगु। अभंतरलीणे छप्पएण रसवाणदूणवडिढयमएण / कुमुइणियह परमाणंदु दिति सीय वि ससियर पउमिणि डहति / उण्ह वि रवियर तह सुहु जणंति महिलउः पियदोसु वि गुणं मुणंति / विणु सोहग्गें किं करइ वण्णु , अंबइंयह महुयरु णउ णिसण्णु / घत्ता-जो जाइहे रत्तउ भमइ पमत्तउ दरिसियकुसुमविहूइयहिँ। सो कयरसभंगई कडुयई अंगई भमरु ण चुंबई"जूहियहिँ // 1 // Mahavyala learns from a traveller about the Pandyan princess who did not like any man. He goes to Southern Mathura and is seen by her. ता दिह पहिउ पंथेण जंतु अच्छेरउ किं महिवीढि वित्त / कोकिउँ पुच्छिउ जयेवइसुएण : आहासिउ तहो पावासिएण / गंभीरविजयदुंदुहिणिणाउ दाहिणमहुराहिउ पंडिराउ / / सिरिमलय॑सुंदरीभोइणी आलिंगिउ भोइ व भोइणीट। कामरइ धीय को मेरइ जाहिं चिंतंतु रूउ णिरु णिरुवमाहि / ताह'पुरिसु ण रुच्चइ को वि केम चुणिएण हयंगहो भैत्त जेम / तं णिसुणिवि जयवइतणुरुहेण . कय गमणजुत्ति पहसियमुहेण / 1. 1. E मणोरह. 2. M S S कोइल. 3, E कल. 4. E मणिआई. 5. D वेड्ढिवि. 6. E भुअंगु. 7. C रसपाण. 8. E कुमुयणियहि. 9. C E गुण गणंति. 10. C अच्चइयहो. 11. E चुंमइ. 12. A B originally give रूयहे but correct it as जूहीयहे; D जूहीयहे; C तुइयहो; or रुइयहो; E स्वहो. 2. 1 E खित्तु. 2. E जइवइ. 3. E तह. 4. D E मलयासुंदरि. 5. D वरइ. 6.0 हे. 7. कहमि. 8. E भुत्तु. P.P.AC. Gunratnasuri M.S. Jun Gun Aaradhak Trust