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________________ णायकुमारचरिउ [6. 6. १४रिउमारणिया णिहारणिया। महिदारणिया णहचारणिया। जलतारणिया सरवारणिया। असिथंभणिया रहँरंभणिया। बलसुंभणिया खलंडंभणिया। जमसंखलिया जालावलिया। मय विभलिया फणिमेह लिया। लीलाललिया मरुचंचलिया। दाढुज्जलिया रुइविज्जुलिया। सव्वोसहिया वीसासुहिया। तारुण्णहरी बहुरूवधरी। अंधारयरी चंदक्कसिरी। कोवारुणिया वरवारुणिया। गहणासणिया कहपेसणिया। घत्ता-सुरणरविसहरपुज्जउ लइ लइ एयउ विज्जउ / देविउ 'गुणसंपुण्णउ तुह पुण्णेण जि दिण्णउ // 6 // Nagakumara accepts the Vidyas but directs them to await his orders there. He then visits the cave called 'Kalavetalaguha', and acquires much wealth. ___He also sees the old bow of Jitasatru in the 'Demon hole'. तं सुणिवि पयाँबंधुरु चवइ. पइँ दिण्णु पडिच्छिउ मइँ विलइ / अच्छंतु ताम तुह गिरिविवर जयमंगलरवगंभीरयर। संगामरंगपरिभमणपडु देज्जसु जइयहुँ आवइ सुहडु / भणु सुंदरि अवरु वि अच्छरिउ ता ताण कुमारहो वज्जरिउ / एत्थरिथ कालवेयालगुह तहिं जाइवि पइसहि चंदमुह / तो तहिं जि पइट्ठउ चंडभुउ वेयाले थुइवयणेहिँ थुउ / जियसत्तुह केरी दविणणिहि तहो ढोयउ हुँउ पञ्चक्खविहि / रयणीयरु पुच्छिवि लयउ वसु णियपुण्णसुवण्णपवण्णकसु / तहि हुँतउ सुंदरु णीसरिउ तरुरक्खसविवरु पईसरिउ / कमकीलए पहणिवि णट्ठमउ महिघित्तउ ढंढरु कट्ठमउ / धणु दिट्ठउ पुणैरवि तहिँ ठविउ जिह जियसत्तुहें चिरु णिम्मविउ / पडिणिग्गउ तं गउ जिणभवणु ससिमिरु संपत्तउ गयगमणु / णियपियसाहसविंभियमईहिँ किण्णरिमणहरितिहुयणरइहिं / आयण्णिउ वइयरु गे हिणिहिँ संचल्लिउ पहु सहुँ वाहिणिहिँ / 8. E रहँ. 9. E खलभंडणिया. 10. D मयविभणिया; E मयभिभलिया. 11. E रुय. 12. C ___omits this. 13. CE गुणवित्थिण्णउ. 7. 1. ABCE णिसुणिवि. 2. E पयबंधुरु. 3. E होउ. 4. CE होतउ. 5. CE कीलई. 6. C पुणु. 7. C गउ तं. 8. E है. 9. C गोहिणिहिं. P.P.Ac. Gunratnasuri M.S. Jun Gun Aaradhak Trust
SR No.036460
Book TitleNag Kumar Charita
Original Sutra AuthorN/A
AuthorPushpadant Mahakavi
PublisherBharatiya Gyanpith
Publication Year1972
Total Pages352
LanguageHindi, Sanskrit
ClassificationBook_Devnagari
File Size337 MB
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