________________ णायकुमारचरिउ . / / 3.11.1 5 King discovers the effrontery and punishes the queen by the seizure of all her valuables. Nagakumara.sees his mother without ornaments and * learns about the wrath of the king. दुवई-एम भमंतु मयणु अवलोइवि पिउणा चिंतियं मणे। ____ मई विणिवारिओ वि किह हिंडइ पुणरवि एउ पट्टणे // महिलउ णउ मुणंति सहियत्तणु महिलहँ गुणसहाउ वंकत्तणु / मइँ वारिउ सइँ पेरिउ णंदणुः - हिंडइ जुवइहुँ हिययविमणु / / एवहिं एयेहो किं किर किज्जइ उद्दालिप्पिणु अत्थु लइज्जइ। जासु अत्थु तहो हयवर गयवर जासु अत्थु तहो धयचलचामर / जासु अत्थु तहो धर्वलइँ छत्तइँ जासु अत्थु तहो वरवाइत्तई। जासु अत्थु तहो असिवरकरणर जासु अत्थु तहो मणिमयरहवर। जासु अत्थु सो जोइ वियारहि / इय चिंतिवि पेसिय सुंडीरहि। लंघियणियवइउत्तपउत्तिहा अत्थु हराविउ सिरिमइपुत्तिहे। जिण्णवत्थपविरइयणियंसण तणएँ जणणि दिट्ठ णिभूसण / | पुच्छिर्य माइ काइँ थिय एही निरलंकार कुकइकह जेही। घत्ता-अम्मश बोल्लियउ हउँ णरवइणा विभाडिय। तुहुँ हिंडहि भणिवि धणहरणे दंडे ताडिण // 11 // Nagakumara's protest. He gose to a gambling house and makes a good win, The next day the king finds his courtiers without their usual ornamentation. दुवई-हउँ हिंडंतु चोरु परयारिउ परजीवावहारओ। _ पिसुणपयंपिएण किं पिउणा किउ दविणावहारओ॥ / अहवा एउ काइँ मई उत्तउर पहु जं करइ तं जि जणि जुत्त। JR. चाइचायवजियजसघंटह इय जंपिवि गउ सुंदरु टिंटहे। किं कैडित्त णं णं गयणंगणु किं कित्तउणं णं मयलंछणु / सुवराडियउ णाई णक्खत्तई उड्डियाई णाणाविहवित्तई। कुंडलरयण' मउडविचित्तइँ ... कंकणहारडोरकडिसुत्तई। उहिउ धूलीरउ कप्पूरें . .. पसरइ चमराणिलसंचारें। ' छाइज्जइ छत्तहँ पब्भारें / ठवलु ठविउ तहिँ गंपि कुमारें। खेल्लिवि खणखणसवें वलियहँ जित्तई आहरण. मंडलियहँ।। चाउ करतें दुक्खणिवार दीण. पीणियाइँ वसुधार। स्यणई बहुदीणारसुवण्ण आणेविणुणियजणणिह. दिण्णईं। पत्ता-करि णउ कंकणई दिट्टई णिवेण घरि मिलियहँ / / - कंठि ण हारलय णउ सीसि मउड मंडलियहँ // 12 // 11. 1. E°इहिँ; c°इहे. 2. C एयहे. 3. E°वर. 4. E विमलई. 5. E जाय. 6. cfk. 7.C हरायउ. 8. E पुच्छी..९. Dज्झा .10. E हरणई.. . / 12. 1. E हिं. 2. E कि. 3. C क. 4..D °इ. 5.. C. खोल्लिवि खणसद्दे संचलियहं. 6. E°तए. ____7. CE °प्पिणु. PP.AC.Gunratnasuri M.S. Jun Gun Aaradhak Trust