________________ णायकुमारचरिउ [३.९.६गउ लहु लहुयह घरिणिहे मंदिरु वयणु पयंपिउ राएं सुंदरु / .. पुरवरहिंडणु सुयहो असोहणु . मा महु होउ अहम्मारोहणु / ' मा महिलहु लग्गउ कामग्गहु / मा मेल्लंतु सभवणपरिग्गहु / / .. अव कुमंतिमंतयसोत्तहो मइ विवरीय होइ सार्यत्तहो। तं अवहेरिउ बालमयच्छि, वियरउ णंदणु णयरि सइच्छिए। माणिणि जा मुज्झइ सा मुज्झउ छुडु महु तणयहो हियवउ सुज्झउ / दुज्जणु जो जूरइ सो जूरउ . छुडु महु सयलमणोरहँ पूरउ / गउ णरणाहु जाम णियणिलयहो ता मायए पुत्तहो कुलतिलयहो / - वयणु दिण्णु चडु सुंदर गयवरे - कर्णंचमरउड्डावियमहुयर।। मयणिज्झरे सिंदूरापंकिए कच्छरिच्छगलगिज्जालंकि। देविहे तणउ वयणु आयण्णिवि हिंडणसीलें भल्ल उ मण्णिवि / घत्ता-आरोहणु करिवि कुमरे पयपेल्लिउ मयगलु / . किंकरपरियरिउ णीसरिउ फुरियखग्गुज्जलु // 9 // . 1 10 . Women of the city enamoured of Nagakumara. दुवई-ता पुरमाणिणीहिँ अवलोइउ माणिणिमाणमयमहो / का वि णिवित्ति करइ णियरमणहो मणे संभरइ वम्महो। का वि भणइ पिय कंठागेहणउ करि लइ मेरउ कंठाहरणउ ! , का वि भणइ धरि करु लइ कंकणु हारु लेवि उरि दिज्जउ णहवणु।। लइ कडिसुत्तउ कडियलु माणहि अंसें अंसु देव संदाणहि / / लइ केऊरु काई बोलिज्जइ . कामाउरहि किं ण किर दिज्जइ। . . : का वि भणइ अहरहो रत्तत्तणु णासउ दइय देहि मुहचुंबणु। / का वि भणइ लहु करि केसग्गहु वियलउ मालइ कुसुमपरिग्गहु / का वि भणइ किं दीहरणेत्तई . तुह सोहग्गहो छेउ ण पत्तई। किं महु भउंहाजुयवंकत्तणु णउ जित्तउ तेरउ धुत्तत्तणु / हो हो किं किर थणथड्ढ़त्तणु जेण ण जित्तेउ तुह थड्ढत्तणु / तुह गंभीरिमाश हउं भज्जमि णाहि गहिर दरिसंति ण लज्जमि / घत्ता-इय मयरद्धएण पुरवरतरुणीयणु ताविउ / .णिवडिउ णेहवसु भउ लज्जमोहमेल्लाविउ // 10 // 3. C°लहं. 4. AB अवर. 5. c सुत्तहो. 6. c सोमंतहो; E सामत्तहो. ७.c°हु. 8. E कणयं. 9. E°पिल्लिय. 10. Edeg रियउ. ......10.1. A ण चित्ति. 2. CE 'ठग्ग. 3. E देवि. 4. c omits this foot. 5. E जित्तिउ. .. P.P.AC.Gunratnasuri M.S. Jun Gun Aaradhak Trust