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________________ III / Nagakumara is taught various sciences and arts. सिद्धं णमह भणेवि अट्ठारह लिविउ भुअंगउ / दक्खालइ सुयहो सिक्खइ मेहावि अणंगउ / / ध्रुवकं // दुवई-कालक्खरइँ गणियइँ गंधव्वई वायरणाइँ सिक्खिउ। सो णिच्चं पढंतु हुउ पंडिउ वाएसरिणिरिक्खिउ // छंदालंकारइँ णिग्घंटई जोइसाइँ गहगमणपयट्टई। कव्वइँ णाडयसत्थइँ सुणियइँ पहरणाइँ णीसेसइँ गुणियई। पडहसंखवरतंतीतालई अव्भसिय वजाइँ रवाल। पत्तपुप्फणाणाफलछेजेई हयगयविंदारोहण विज्जई। चंदबलई सरउययविहाण सत्तभउमपासायपमाणई। तंतई मंतइँ वरवसियरण वूह विरयणइँ पहरणहरण सिप्पइँ सवियप्प. मणि णिहियई। चित्तइँ चित्ताभासइँ लिहियई। इंदजालु रिउथंभणु मोहणु विज्जासाहणु जणसंखोहणु। णरणारीलक्खण भूसणविहि कामुयविहि सेवाविहि सुहणिहि / गंधजुत्ति मणिओसहजुत्ति वि सिक्खिय तेण णरेसरविन्ति वि। घत्ता-किं जडमाणवहिँ सुरवर सविसेसु वियाणइ / विसहरु वम्महहो पवरत्थु सत्थु वक्खाणइ // 1 // Instructions in Politics, दुवई-होइ समुज्जवेण सुसहाएं दरिसियछत्तहयगया / ___ अलसंतेण पिसुणजणसंगै णासइ रायसंपया / ते वुड्ढा जे सुयण सलक्खण सत्थकम्मविसएसु वियक्खण / बुद्धि वुड्ढसेवाइ पवड्ढइ सो पंचंगु मंतु परियड्ढइ / मंत अंतरंग बहिरंग वि रिउ जिप्पंति विइण्णकुसंग वि / वाहिररिउखएण महिमंडलु। सिज्झइ णरणाहहो चिंतियफलु / अभंतररिउवग्गविणासणु हवइ णराहिउँ विणयविहूसणु / विणएं इंदियज उ संपज्जइ वसणु ण इक्कु वि तहो उप्पज्जइ। एह उ अप्पलद्धि वणिज्जइ धम्माहम्मु वि परियाणिज्जइ / दुट्ठहो परिपालणु जहिँ किज्जइ सो अहम्मु जहिँ साहु वहिज्जइ। . 1. 1. D दि. 2. c उअय; E उवइ. 3. E°वरण. 4. E मणुअसह. 2.1. ABCE सं. 2. ABE व. 3. CE°लाहु. ४.C°धम्मु. P.P.AC. Gunratnasuri M.S. Jun Gun Aaradhak Trust
SR No.036460
Book TitleNag Kumar Charita
Original Sutra AuthorN/A
AuthorPushpadant Mahakavi
PublisherBharatiya Gyanpith
Publication Year1972
Total Pages352
LanguageHindi, Sanskrit
ClassificationBook_Devnagari
File Size337 MB
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