________________ णायकुमारचरिउ [2. 14.1 The child is adopted by the Naga who takes him home. जणणेण पयाबंधुरु सुदिसु देवेहिं वि णायकुमार सिसु / हक्कारिउ वित्थारिउ पणउ फणिणा पडिवण्णउ णियतणउ / आहरण, मणिमयकब्बुर दिण्णई देवंगई अंबरई। मंदारकुसुमवरमालियउ गुमुगुमुगुमंतभमरालियउ / चमरई छत्तई संजोइयई अहिअंकइँ चिंधई ढोइयई। धररंधि समंदिरु देरिसियउ भणु किं ण पुण्णवंतहो कियउ। / जणणीहिँ व थणमुहदाइणिहिँ उच्चाइउ बालउ णाइणिहिँ। वंदिउ परियंचिउ किण्णरिहिँ संभासिउ सुरवरसुंदरिहि / पुणु पुणु जोइवि णेहजियउ / णंदणु णाएण विसज्जियउ। णिद्दइवहो सुहि वंकइ वयणु, दइवेण कालसप्पु वि संयणु / णिउ पिउणा पुरु थिउ माउहरे गयकालए पुणु वासरे पवरे / घत्ता-धवलहिं मंगलहि यमद्दलहिँ णं णरु दोणं णिवासहो। सिसु विसहरहो घरू णिउ महि विवरू पुप्फयंतजिणदासहो // 14 // इय णायकुमारचारुचरिए णण्णणामंकिए महाकइपुप्फयंतविरइए महाकाब्वे णायकुमारसंभवो णाम दुइज्जो परिच्छेउ समत्तो // // संधि // 2 // 01. E दर. 2. सु. 3. घरे. 4. AB दोणु.. . P.P.AC.Gunratnasuri M.S. Jun Gun Aaradhak Trust