________________ चरित्र, गुण P.PLAC.Guriratnisun Ms. स्नात्रादिपूजनचतुष्कफलानि पुण्यमाणिक्यसुंदररुचिर्नृपतेःपुरस्तात् // . .. क्त्वा 'विशेषसहितानि हिताय साधुः, पुष्पादिपूजनफलं गदितुं प्रवृत्तः // 303 // पवित्र माणिक्यना सरखी सुंदर कांतिवाला अथवा पवित्र माणिक्य सुंदर रुचि मुनि राजानी आगळ हितने अर्थे विशेष्य सहित स्नानादि चारना फलने कहीने पुष्पादि पूजनना फलने कहेछ. // 303 // // इति अंचलगन्छे श्री मणिक्यसुंदर सुरिविरचिते पूजाधिकारे गुणवर्माचरित्रे _ स्नात्रविलेपनवस्त्रयुगलारोपवासपूजाफलवर्णनोनाम द्वितीयःस्वर्गः // .... - -- Jun Gun Aaradhak Trust // 36 //