________________ // 13 // THI जं, आयारत्थो णमामहं // 12 // नाणिणा लिंगमाइलु, सत्तबोहहमस्सियं / को तं उवेक्खए भव्वो, वेसमहप्पं आगमो- हुजाऽऽसण्णसिद्धिओ // 13 // अवरं तित्थणाहा वि, सयंबुद्धा जिणुत्तमा / जा न वेसं पवजंति, ता नाणं न चउत्थयं // 14 // लोगसिद्धा इमा मेरा, मणोनाणं न कस्सवि / विणा समणलिंगेणं, चउत्थं समुद्वारककृति | पज्जइ // 15 // आवस्सयाइसत्थेसु, टंकमुद्दाहि भाइए। वंदणे चंउभेएणं, सत्थो भंगो य आइमो K! सन्दोहे D // 16 // भवंतरे सई वेसं, द8 एत्थ समानयं। जायाणेगेसिं सा किं न, पेक्खिया वेसनिदिणा 1 // 17 // जइ वेसो सुसाहूणं, लोगसण्णुज्झियाण भो ! / उवगारकरो साहुधम्मस्सेवोदकरो // 18 // तया सामण्णTH लोगाणं, सामण्णरहियाण उ। उवेक्खणजो किमु वेसो, ववहारवियक्खणा // 19 // पीयत्तणं न कि सण्णे, धारयणे ण हि. सेइमा / पवाले रत्तया रिटे, कसिणत्तं परिक्खया // 20 // बज्झो वेसो तहा णेओ ववहारगुणाISI वहो। सहाए सोहए णेव राया वत्थविवजिओ // 21 // लोए परिक्खगाणंपि, दिट्ठी पिच्छइ बज्झओ। मट्टियाIN मझगं. सणणं, को गाम कसए बुहो // 22 // सुहदुक्खं जहा अप्पे, संठिअं नेत्तकम्मुणा / गम्मए णायतसत्तणं,तहा वेसेण.गारिओ॥२३॥ न चे वेसेण भो ! कजं, सत्येणं पव्वयंतु तो। किमड्ढजरईनायं, नोवहासाप्पदं जने // 24 // न वेसेण विणा कज्जं, तत्तेणंपि विणा तहा / दुद्धदा णेव पुट्ठा गो, वंझा गोवेण केणई // 25 // 4. पावसंकाकरो वेसो, पमाणं केवलो गहि / कुरुडुकुरुडा पत्ता जं पावा सत्तमी खिइं // 26 // वंदणे वि | रण मुद्दड्ढे, रुप्पंव अणगारिणं / केवलं वेसजुत्ताणं, जोग्गया मुत्तिसंमया // 27 // तं णो गुणज्जणं हिया, केवले वेसि आयरो / जुत्तो णेवोब्भडो वेसो, गिहत्थाण वि सव्वह्ना // 28 // अचंतं नम्मयं दटुं, जहा IS/ संकापयं भवे / कुलीणतं तहा वेसुब्भडं पिच्छिय माणुसं // 29 // जहड्ढिवेसधरणं; विस्सविस्सासकारणं / / पिणद्धभूसणा रम्मा, देवेसुवि कुमारया // 30 // रम्मा अभूसणा साहू, वत्त्यदेहभुसुज्झिया। जहा जोगं गि // 13 // TELP. Ac. Gunratnasuri M.S Jun Gun Aaradhak Trust