________________ अत्याहार ] 1: व्याकरण संस्कृत-प्रवेशिका [1: वर्णमाला 3. अच-अ इ उ ए जो ऐ औ ( सभी स्वर वर्ण)। 4. अट्-अ इ उ ऋ ए ओ ऐ ओ ह य वर। 5 अण'.-बउ ऋच ए ओ ऐ औ ह य ब रल (स्वर, ह, अन्तःस्थ)। 6. अम् --आ उ ऋ ए ओ ऐ औ ह य व र ल ब म ण न (स्वर, ह, अन्त.स्व, वर्ग के पंचम वर्ण)। 7. अश्-अ इ उ ऋ ए ओ ऐ औ ह य व र ल ज म ण न भ भ प 4 जब गडद (स्वर, ह, अन्तःस्थ, वर्ग के 5, 4, 3 वर्ण)। 4 अल-अउ छ ए बो ऐ ओ ह य व र ल म ण न भ भ पध जबगह दस फछठ थ च ट त क प श ष स ह (पूर्ण वर्णमाला)। 10. इच--इ उ ऋ ए भो ऐ औ ( 'ब' खोड़कर शेष स्वर ) / 11. इण- उचल ए ओ ऐ औ ह, य व र ल ('अ' रहितस्वर, ह, अन्तःस्थ) 12 उक्-उ ऋतू। 13. एक-एओ। 14. एच-ए ओ ऐ औ ( संयुक्त स्वर)। 15 ऐच-ऐ औ। 16. हर-ह य व रल बम ण न भ भ प ध जब 48 (ह, अन्तःस्थ, . वर्ग के 5, 4, 3 वर्ण)। 17 हल-हय वरल बमण न झ भबढ धजब ग ड द ख फ छठ थ चट त क प श ष स ह (सभी व्यञ्जन वर्ण)। 18. यण्- य व र ल ( अन्तःस्थ)। 19. यम्-य व.र ल ब म ण न ( अन्तःस्थ, वर्ग के 5 वर्ण)। 20. य-य व र ल ज म ण न झभ / 21. यय-य वरल बम ण म झ भ दध जब गर द ख फ छठ पच टत क प (अन्तःस्थ, वर्ग के 5, 4, 3, 2,1 वर्ण)। 1. अणुवित्तवर्णस्य पाऽप्रत्ययः (अ०१1१६६)। केवल इस सूत्र में ही 'अण' से परवर्ती 'ण' लेना है, अन्यत्र नहीं। कहा भी है'परेणैवेण्ग्रहाः सर्वे पूर्वेणैवाण्ग्रहा मताः / ऋतेऽणुदित्सवर्णस्येत्येतदेकं परेण तु // " भाष्य / अर्थ-सर्वत्र 'इण्' से परवर्ती 'ण' लेना चाहिए तथा 'अण' से पूर्ववर्ती 'ण' लेना चाहिए परन्तु 'अणुदित्सवर्णस्य०' में 'अण्' से परवर्ती 'ण' लेना चाहिए। 22. यर य व र लज महणन भ भ प ध जब गडद ख फछठ थ चट त क प श ष स (अन्तःस्थ, वर्ग के 5, 4, 3, 2,1 वर्ण तथा सवस)। 23. वा-वर लबमण न झ भ पधज बग हद। 24 बल-वरलसमण न कभपधज बगह दस फ छ उपच ट त क प श ष स ह ('य' छोड़कर सभी व्य ञ्जन)। 25. र'-(र+अ)-रल। 26 रल -रल मम हुण न क भ प ध जब गड दस फ छठ थ पटत कप श ष स ह (य व छोड़कर सभी व्यञ्जन)। 27. मय- म ण न क भ धडध ज ब ग ड द ख फ छठ य च ट त क प / 28. हम्- ण न। 29 अष्-झ भ प ध ( वर्ग के चतुर्थ वर्ण)। ३०शश्-भ भ प ड प ज ब ग ड द ( वर्ग के 4, 3 वर्ण)। 31. क्षय-भ प द ध ज ब ग ड द ख फछठ थ च ट त क प (वर्ग के 4, 3, 2,1 वर्ण)। 32. झर-म भ प ध ज ब ग 3 दस फ छ ठथ च ट त क प श ष स ( वर्ग के 4, 3, 2, 1, श ष स)। ३३.झल-भाभपहधजब गड दस फछठ थचट तक प श ष स है (वर्ग के 4, 3, 2, 1 ऊष्म)।' 34 भष्--भ प ध (झ से रहित वर्ग के चतुर्थ वर्ण)। ३५..जश्-जब ग ड द ( वर्ग के तृतीय वर्ण)। 36. बश्-बग ड द / 37. खय्-ख फ छठ य च ट त क प ( वर्ग के 2,1 वर्ण)। 38. खर-ख फ छठ थ च ट त क प श ष स / 31. छब्-छठ य च ट त / 40. चय-च ट त क प ( वर्ग के पंचम वर्ण)। 41. चर्-च ट त क प श ष स / 42. शर्-श ष स / 43. शल-श ष स ह ( अल्म वर्ण)। वों के उच्चारणस्थान ( Places of articulation) वर्गों के उच्चारण (Pronunciation of letters) की शुद्धता पर प्राचीन१. देखें पृ० 6, टि०२।