________________
सरस्वती
[भाग ३८
A
पं० श्रीनारायण चतुर्वेदी ने प्रेषित किया था। इनमें अधिकांश तसवीर प्राचीन मूर्तियों की थीं। कुछ तसवीरें प्राचीन ग्रन्थो के उल्लेखों के अनुसार बनाई हुई थीं। इस गैलेरी में मुग़ल काल की चित्रकारियाँ तथा वर्तमान समय के क्लास की तसवीरें भी थीं। इन तसवीरों-द्वारा प्रदर्शित शिक्षा के इतिहास को एक पुस्तक की सामग्री समझिए। अस्तु । एज्युकेशन कोट की सारी वस्तुओं का थाड़े में वर्णन करना असम्भव है । वास्तव में वे चीजें तो देखिने से ही ताल्लुक रखती थीं। कम से कम ३.४ दिन में मोटे तौर पर वे देखी और समझी जा सकती थीं। मैंने यूनिवर्सिटी के एक विद्यार्थी को कई चाटों की
(देहातो स्कूलों के विद्यार्थियों के कार्य का प्रदर्शन ।]
[एक देहाती स्कूल की लाठी की टीम प्रतियोगिता के लिए तयार खड़ी है।
एज्युकेशन वीक में देहाती स्कूलों से आई हुई 'लेजिम' की एक 'टीम' ।
[एज्युकेशन वीक में एक देहाती स्कूल की टीम ड्रिल की प्रतियोगिता के लिए तयार खड़ी है।]
एज्युकेशन वीक में कालविन तालुकदार कालिज के विद्यार्थियों द्वारा ड्रिल का प्रदर्शन ।]
Shree Sudharmaswami Gyanbhandar-Umara, Surat
www.umaragyanbhandar.com