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जूतों में कील लगाने या सिलाई करने की ज़रूरत अब नहीं रही । लन्दन के एग्रीकलचरल-हाल में गत वर्ष चमड़े और जूतों की एक प्रदर्शनी की गई थी। उसमें यह प्रेस भी दिखाया गया था। इसकी सहायता से तल्ले बड़ी
अासानी से उपल्लों में चिपका दिये जाते हैं।