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________________ कर्ज़-सम्बन्धी कानून लेखक, श्रीयुत सीतलासहाय अभी हाल में संयुक्त प्रान्त की सरकार ने ऋणग्रस्त किसानों तथा जमींदारों की रक्षा के लिए कई उपयोगी कानून बनाये हैं। किसानों और जमीदारों को उन सबका जानना जरूरी है। श्रीयुत सीतलासहाय जी ने इसी उद्देश से इस लेख में उन क़ानूनों का पूर्ण परिचय दिया है। जं के नये कानूनों की चर्चा कृषि-व्यवसायियों की सहायता का कानून, दूसरा है। करीब दो वर्ष से चल रही 'दि इन्कम्बर्ड इस्टेट्स एक्ट' अर्थात् ऋणग्रस्त रियासतों है। संयुक्त प्रान्तीय व्यवस्थापक के सम्बन्ध का क़ानून, तीसरा है 'दि रेगूलेशन अाफ़ सेल्स सभा में इन कानूनों के मसविदे एक्ट' अर्थात् नीलाम के नियंत्रण का कानून, चौथा । सन् १६३३ में ही पेश हुए थे। कानून है 'दि टेम्पोरेरी रेगूलेशन अाफ़ एकज़ीक्यूशन | इन मसविदों ने कौंसिल में एक्ट' अर्थात् इजरा-नियंत्रण का अस्थायी कानून, | और कौंसिल की कमिटियों में पाँचवाँ है 'दि यू पी० युजूरियस लोन्स एक्ट' अर्थात् | अनेक रंग बदले। साल डेढ़ साल के बहस-मुबाहिसे के संयुक्त-प्रान्त का अत्यधिक ब्याज का कानून, छठा है | बाद ये क़ानून १० अप्रेल १६३५ को व्यवस्थापक सभा से एग्रीकल्चरिट्स लोन्स एक्ट' अर्थात् किसानों को ऋण | ___ मंजर होकर गवर्नर-जनरल-द्वारा स्वीकृत हो गये और ३० देने का कानून । अप्रेल सन् १६३५ से इन क़ानूनों के अनुसार संयुक्त प्रान्त इन कानूनों के मसविदे करीब २० हज़ार शब्दों में हैं। | में अमल भी होने लगा। तथापि अभी तक इनकी रूप- इसलिए 'सरस्वती' के संकुचित स्तम्भों में इन कानूनों का रेखा पूर्णतया निश्चित नहीं कही जा सकती। इन केवल संक्षेप ही दिया जा सकता है । अभी तक इस सम्बन्ध कानूनों से सम्बन्ध रखनेवाले अनेक कायदे अभी तक में जो पुस्तकें प्रकाशित हुई हैं, ज़्यादातर अनुवाद हैं, जो तय होने को बाक़ी हैं। गवर्नमेंट ने ४ मई १६३५ के कानूनी भाषा से अपरिचित साधारण मनुष्य के लिए बेकार गज़ट में इन कायदों का मसविदा प्रकाशित कर दिया है हैं। अतएव इस लेख में उन कानूनों का प्राशय समझाने और अब उन पर लोग अपने विचार प्रकट कर रहे हैं। का ही प्रयत्न किया गया है। जुलाई के प्रथम सप्ताह में ये कायदे प्रान्तीय व्यवस्थापक पहले हम 'कृषि-व्यवसायियों की सहायता के कानून सभा के सामने मंजूरी के लिए रक्खे जानेवाले हैं। और पर विचार करेंगे । ये कौंसिल से स्वीकृत होने के बाद अमल में श्रावेंगे। (१) कृषि-व्यवसायो की सहायता का कानून तब ये कानून सींग-सम्पूर्ण समझे जा सकेंगे। इस कानून के जारी होने से निम्नलिखित नई बातें पैदा __कर्ज़ के सिलसिले में ६ नये कानून जारी किये गये हुई हैं। अदालत और महाजन इस बात के लिए मजबूर हैं, पहला है 'एग्रीकलचरिस्ट्स रिलीफ़ एक्ट' अर्थात् कर दिये गये हैं कि वे कर्जदार कृषक के मामले में साधारण Shree Sudharmaswami Gyanbhandarbara Surat
SR No.035248
Book TitleSaraswati 1935 07
Original Sutra AuthorN/A
AuthorDevidutta Shukla, Shreenath Sinh
PublisherIndian Press Limited
Publication Year1935
Total Pages630
LanguageHindi
ClassificationBook_Devnagari
File Size3 MB
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