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________________ विषय पृष्ट विषय नागेन्द्र और सल्लक्षण आचार्य देवगुप्तसूरि पल्हनपुर देवऋद्धि श्रमण अाजड़शाह और गोसल सोमाशाह आशाधर और देवगुप्तसूरि उपकेशगच्छके मुनिगण संघपति देशलशाह आचार्य कक्कसूरि सहजपाल और देवगिरिपति रामदेव ६९ आचार्य सिद्धसूरि समरसिंह और पाटण जम्बू नाग मुनि चरितनायक का वंश वृक्ष ७३ | पद्मप्रभ और आचार्य हेमचन्द्रसूरि १०१ आचार्य कक्कसूरि-डीडवाना १०४ तृतीय अध्याय. प्राचार्य हेमचन्द्रसूरि १०६ उपकेशगच्छ का संक्षिप्त परिचय ७४ योगशास्त्र और उसकी आलोचना १०७ पार्श्वनाथ भगवान् आचार्य ककसूरि और हेमचन्द्रसूरि ११० ११३ शुभदत्त गणधर तथा अन्य पट्टधर आचार्य देवगुप्तसूरि ७५ आचार्य स्वयंप्रभसूरि आचार्य सिद्धसूरि ११४ आचार्य रत्नप्रभसूरि उपकेशपुर पर यवनों द्वारा आक्रमण ११४ आचार्य यक्षदेवसूरि वीरभद्र की विजय ११५ आचार्य ककसूरि देवचन्द्र और चन्द्रप्रभ काव्य ११६ प्राचार्य देवगुप्तत्रि श्राचार्य कक्कसूरि एवं देवगुप्तसूरि ११८ प्राचार्य सिद्धसूरि शत्रुजयतीर्थ के पंद्रहवे उद्धारक के आचार्य ककसूरि गुरुवर्य आचार्य श्री सिद्धसूरि ११८ प्राचार्य सिद्धसूरि और शिलादित्य अवशिष्ट संख्या १ आचार्य यक्षदेवसूरि उपकेशगच्छचरित्रान्तर्गत आचार्यों आचार्य देवगुप्तसूरि की शुभ नामावली १२० प्राचार्य यक्षदेवसूरि | अवशिष्ट संख्या २ कृष्णर्षि और उनका प्रभाव ८६ उपकेशगच्छाचार्यों द्वारा स्थापित आचार्य कक्कसूरि . महाजन संघ १२५ Shree Sudharmaswami Gyanbhandar-Umara, Surat www.umaragyanbhandar.com
SR No.035229
Book TitleSamarsinh
Original Sutra AuthorN/A
AuthorGyansundar
PublisherJain Aetihasik Gyanbhandar
Publication Year1931
Total Pages294
LanguageHindi
ClassificationBook_Devnagari
File Size34 MB
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