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________________ • प्रबन्धावली. पीक मेघदून - क्षेमहंसकृत वृत्ति। महीमेरुकृत 'बालावबोध' टीका । सुमतिविजय कृत 'अवचूरि'। मेरुतुंगसूरिकृत वृत्ति । महिमसिंहकृत टीका। आसड़ात टीका। नैषध जिमराजसूरिकृत टीका । श्रीनाथसूरिकृत 'नेपथाकाश' टीका। चारित्रवर्द्धनकृत टीका। किरातार्जुनीय-विनयसुन्दरकृत वृत्ति। धर्मविजयकृत वाद: टीका। शिशुपालवध- वल्लभदेवकृत टीका। चारित्रवर्द्धनकृत टीका। नलोदय- मादित्यसूरिकृत टीका। पासवदत्ता- सिद्धिचन्द्रकत वृत्ति। सर्वचन्द्रकृत वृत्ति। नरसिंह सेनकृत टीका। राघवपांडवीय-पद्मनंदीकृत टीका । पुष्पदन्तकत टोफा। वारिस. वर्द्धनकृत टीका। मंडप्रशस्ति- गुणविनयपत 'सुबोधिका' वृत्ति । अयसोमगणित टीका। विजयगणिकृत टीका। कर्पूरमंजरी- प्रेमराजवत लघु टीका। राजशेखरकत टीका । धम्म ____ चन्द्रप.त वृत्ति। भर्तृहरिशतक-धनसारसाधुकृत टीका। जिनसमुद्रसरिकृत टीका। रूपचन्द्रकृत ट्वार्य। अवरुशतक- आपकद्रकृत स्वार्थ पर पंचाशिका-उ० महिमोदयक्त घालावोध' टोका अगदाभरणकाव्य-बानप्रमोवकृत टीका घटकपरकाव्य शांतिसूरिकृत रीका वृन्दावनकान्य शिवभद्रकाव्य राक्षसकाव्य Shree Sudharmaswami Gyanbhandar-Umara, Surat www.umaragyanbhandar.com
SR No.035203
Book TitlePrabandhavali - Collection of Articles of Late Puranchand Nahar
Original Sutra AuthorN/A
AuthorPuranchand Nahar
PublisherVijaysinh Nahar
Publication Year1937
Total Pages212
LanguageHindi
ClassificationBook_Devnagari
File Size13 MB
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