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________________ आगम (४०) भाग-4 “आवश्यक"- मूलसूत्र-१ (नियुक्ति:+चूर्णि:) 2 अध्ययनं , मूलं - /गाथा-], नियुक्ति: [७७४/७७८-७८६], भाष्यं [१२५-१४८] पूज्य आगमोद्धारकरी संशोधिता मुनि दीपरत्नसागरेण संकलिता: आगमसूत्र-[४०]मूलसूत्र [१] आवश्यकनियुक्ति: एवं जिनभद्रगणिरचिता चूर्णि-2 प्रत माहिलवर श्री जाओ, फग्गुरक्खितं प्रति तेल्लकुडसमाणो, गोडामाहिलं प्रति घयकुडसमाणो, एवं एस सुतेण य अत्थेण य उववेतो, एस तुम्भ आयरिओ भवतु, तेहिं सव्वं पडिच्छितं, इतरोवि भणितो-जहाऽहं वडिओ फग्गुरक्खितस्स गोट्ठामाहिल्लस्स य तथा तुमे पट्टिचूणों तब्वं, ताणिवि भणिताणि-जहा तुम्भ मम वट्टिताई तहा एतस्सवि वडेज्जाह, अविय-अहं कते वा अकए वा ण रूसामि, एस उपोद्घातान खमिहिति, एवं दोऽवि वग्ग अप्पाहेचा भत्तं पचक्खात, कालगता, दियलोगं गता । इतरेणवि सुतं जहा आयरिया कालगता, नियुक्तोताहे आगतो पुच्छति गोट्ठामाहिल्लो-को गणहरो ठवितो, कुडगदिद्रुतो य सुतो, ताहे वीसुं पडिस्सए ठाइतूण पच्छा आगतो, ॥४१३॥ 18| ताहे तेहिं सम्वेहि अन्भुट्टितो, इह चेव ठायह, ताहे णेच्छति, सोऽवि वाहि ठितो अण्णाणि बुग्गाहेति, ताणि ण सति । ___ इतो य आयरिया अत्थपोरिसिं करेंति, सो ण सुणति, भणति- तुब्भत्थ निष्क्षावकुडा कहेह, तहेब तेसु उद्वितेसु विंझो अणुभासति, अट्ठमे कम्मप्पवादपुच्चे कर्म वणिजति, किह कम्मं अच्छति?, जीवस्स कम्मस्स य कहं बंधो, तत्थ ते भणंतिबद्धं पुटुं निकातिय, बद्धं जहा सूतिकलावओ. पुढ जहा घणनिरंतराओ कताओ, निकाइत जथा तावेतूण पिट्टिताओ, एवं कम्म रागद्दोसेहिं जीवो पढमं बंधति, पच्छा तं परिणाम अमुचतो पुढे करेति, तेणेव सकिलिटुं परिणाम अमुचंतो किंचि निकाएति, निकाइत निरुवक्कम उदए, गवरि अण्णहा तं नवि वेतिज्जति, ताहे सो गोट्ठामाहिलो वारेति, एत्तिए ण भवंति, अण्णदावि | 18 अम्हेहिं सुत, जदि एत्तिए कम्मं यद्धपुट्ठनिकातितं एवं भे मोक्खो न भविस्सति, कह खातिं बज्झति', भणति-गुणह पुट्ठो जथा अबद्धो कंचु० ॥ ९-९ ॥ १४३ मू. भा। जथा सो कंचुओ त कंचुइणं पुरिस फुसति, ण पुण सो दीप अनुक्रम ॥४१३॥ (122)
SR No.035054
Book TitleSachoornik Aagam Suttaani 05 Aavashyak 2 Niryukti Evam Churni Aagam 40
Original Sutra AuthorN/A
AuthorAnandsagarsuri, Dipratnasagar, Deepratnasagar
PublisherParam Anand Shwe Mu Pu Jain Sangh Paldi Ahmedabad
Publication Year2017
Total Pages328
LanguagePrakrit, Sanskrit
ClassificationBook_Devnagari & agam_aavashyak
File Size26 MB
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