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________________ आगम (७) भाग-१३ "उपासकदशा अध्ययन [९,१०], ------ मूलं [५५-५६] पूज्य आगमोद्धारकरी संशोधित: मुनि दीपरत्नसागरेण संकलित..आगमसूत्र-[७] अंगसूत्र- [७] "उपासकदशा" मूलं एवं अभयदेवसूरि-रचिता वृत्तिः प्रत सूत्रांक [५५-५६] दीप अनुक्रम [५७-५८] नवमदशमे अध्ययने । ___ नवमस्म उक्खेवो, एवं खलु जम्बू ! तेणं कालेणं तेणं समएणं सावत्थी नयरी कोट्ठए चेइए जियसनूराया तत्थ णं सावत्थीए नयरीए नन्दिणीपिया नाम गाहावई परिवसइ अड्डे चत्तारि हिरण्णकोडीओ निहाणपउत्ताओ चत्तारि हिरण्णकोडिओ बुडिपउत्ताओ चत्तारि हिरण्णकोडीओ पवित्थरपउत्ताओ चत्तारि वया दसगोसाहहिएणं वएणं अस्मिणी भारिया सामी समोसढे जहा आनन्दो तहेव गिहिधम्म पडिबज्जइ सामी बहिया विहरइ, नए णं से नन्दिणीपिया समणोवासए जाए जाव विहरइ, तए णं तस्स नन्दिणीपियस्म समणोबासयस्स बहूहिं सीलव्दयगुण जाव भावमाणस्स चोइस संवच्छराई वइक्वन्ताई तहेव जेहें पुत्तं ठवेइ धम्मपण्णत्ति वीसं वासाई पक्ष परियागं नाणत्त अरुणगवे विमाणे उववाओ । महाविदेहे वासे सिन्झिहिइ ॥ निक्खेवो ॥ उवासगदसाणं नवमं] अज्झयणं समतं ॥ (सूत्रं ५५) ___ दसमस्स उक्खेवो, एवं खलु जम्बू ! तेणं कालेणं तेणं समएणं सावत्थी नयरी कोट्ठए चेइए जियसत्तू तस्थ Mण सावत्थीए नयरीए सालिहीपिया नाम गाहावई परिवसइ अड़े दित्ते चत्वारि हिरपणकोडीओ निहाणपउत्तामो चत्वारि हिरणकोडिओ बुट्टिपउचाओ चत्तारि हिरण्णकोडीओ पवित्थरपउत्ताओ चचारि वया दसगोसाहस्तिएणं एणं फग्गुणी भारिया सामी समोसढे जहा आणन्दो तहेव गिहिधम्म पडिबजइ,जहा कामदेवो तहा जेटुं पुनं ठवेत्ता । hunmurary.orm अथ नवमीदशमं अध्ययने "नंदिनीपिता एवं "शालिहीपिता आरभ्यते नंदिनीपिता एवं शालिहीपिता बोथ श्रमणोपासको कथा] ~115~
SR No.035013
Book TitleSavruttik Aagam Sootraani 1 Part 13 Upasakdasha Antkruddasha Anuttaropapatikdasha Prashnavyakaran Mool evam Vrutti
Original Sutra AuthorN/A
AuthorAnandsagarsuri, Dipratnasagar, Deepratnasagar
PublisherVardhaman Jain Agam Mandir Samstha Palitana
Publication Year2017
Total Pages538
LanguagePrakrit, Sanskrit
ClassificationBook_Devnagari & agam_antkrutdasha
File Size118 MB
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