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आगम
[०५]
प्रत
सूत्रांक
[३२९
-३३१]
दीप
अनुक्रम
[४०२
-४०४]
[भाग-९] “भगवती”- अंगसूत्र - ५ [ मूलं + वृत्तिः ]
शतक [८], वर्ग (-), अंतर- शतक [-1, उद्देशक [५] मूलं [ ३२९-३३१]
पूज्य आगमोद्धारकश्री संशोधितः मुनि दीपरत्नसागरेण संकलित आगमसूत्र- [ ०५], अंगसूत्र- [ ०५] "भगवती" मूलं एवं अभयदेवसूरि-रचिता वृत्तिः
| करेइ ३ वयसा कायसा ४, तिविहं एमविहेणं पडि० न करेति ३ सणसा ५, अहवा न करेइ ३ वयसा ६, | अहवा न करेइ ३ कायसा ७, दुविहं ति० प० न करेइ न का० मणसा वयसा कायसा ८, अहवा न करेइ करें नाणुजाण मण० वय० काय० ९, अहवा न कारवेइ करेंतं नानुजा० मणसा वयसा कायसा १०, दु० दु० प० नक० न का० म० व० ११, अहवा न क० न का० म० कायसा १२, अहवा न क० न का० वयसा कायसा १३, अहवा न करेइ करेंतं नाणुजाणइ मणसा वयसा १४, अहवा न करे० करेंतं नाणुजाणइ मणसा कायसा १५, अहवा न करेति करेंतं नाणुजाणति वयसा कायसा १६, अहवा न कारवेति करेंतं नाणुजाणति मणसा वयसा १७, अहवा न कारवेद करेंतं नाणुजाणइ मणसा कापसा १८, अहवा न कारवेति करेंतं नाणुजाण वयसा कायसा १९, दुविहं एकविहेणं पडिकममाणे न करेति न कारवेति मणसा २०, अहवा न करेति न कारवेति वयसा २१, अहवा न करेति न कारवेति कायसा २२, अहवा न करेति करेंतं नानुजाणइ मणसा २३ अहवा न करेइ करेतं नाणुजाण वयसा २४, अहवा न करेइ करेंतं नानुजाणइ कायसा २५, अहवा न कारवेइ करेंतं नाणुजाणइ मणसा २६, अहवा न कारवेद करेंतं नाणुजाण वयसा २७ अहवा न कारवेद | करेंतं नाणुजाणइ कायसा २८, एगविहं तिविहेणं पडि० न करेति मणसा वयसा कायसा २९, अहवा न कारवेह मण० वय कायसा ३०, अहवा करेंतं नाणुजा० मणसा ३३३१, एक्कविहं दुविहेणं पडिकममाणे न | करेति मणसा वयसा ३२, अहबा न करेति मणसा कापसा ३३, अहवा न करे वयसा कापसा ३४, अहवा न
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श्रमणोपासकस्य व्रत एवं तस्य भेदा:
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