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पर ही
__ जोड़ा
खड़ी बोली के संख्यावाचक शब्दों की उत्पत्ति ४२३ इन शब्दों में से 'पचकरी' तो स्पष्ट रूप से पांच से बना हुमा जान पड़ता है, पर अन्य शब्दों की उत्पत्ति के संबंध में निश्चित
___रूप से कुछ कहना कठिन है। इनके संबंध पचकरी
" में कुछ विद्वानों के किए हुए अनुमान नीचे लिखे जाते हैं। ___ 'जोड़ा' शब्द अपभ्रंश के 'जुडंड' से पाया होगा, अथवा संस्कृत की 'जु या 'जुड़' (=जोड़ना, मिलाना ) धातु के आधार
पर बना होगा। अथवा इसका संबंध
संस्कृत के 'युग्म' ( =दो का समूह ) शब्द से होगा। पर ये दोनों अंतिम अनुमान ठीक नहीं प्रतीत होते। 'जोड़ा' शब्द न तो 'जुट्' धातु से हिंदी में बना लिया गया है और न संस्कृत के 'युग्म' का ही विकृत रूप हो सकता है।' भाषा-विज्ञान का कोई नियम 'म' का 'ड' या 'ड' नहीं करता। मेरा तो अनुमान है कि यह शब्द भारतवर्ष में बोली जानेवाली किसी अनार्य भाषा के प्रभाव से अपभ्रंश-काल में हो आ गया था। द्रविड़ परिवार की 'कोन' नामक विभाषा में 'येड़े२ शब्द 'दो' के अर्थ में प्रयुक्त होता है। तिब्बत-वर्गीय विभाग की 'चंबा लाहुली' विभाषा में, जो हिमालय के प्रांतों में बोली जाती है, 'दो' के लिये 'जुड़३ शब्द का प्रयोग होता है। 'कोत' विभाषा के 'येड़े' के 'य' के स्थान पर 'ज' हो जाने से 'जोड़े' या 'जोड़ा' शब्द बन जाता है। 'य' के स्थान पर 'ज' कर देने की प्रवृत्ति तो हिंदी में बहुत पुरानी है; जैसे-यमुना > जमुना।
(१) 'युगल' शब्द से उसकी उत्पत्ति मानना ठीक होगा। सं०।
(२) देखिए-Grierson's Linguistic Survey of India, vol I, part II, पृ०५।
(३) देखिए-वही, पृ० ।
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