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नागरीप्रचारिणी पत्रिका 'राम की आँखें लाल हो गई। वे कहने लगे-क्या तुम पागल हो गई हो ?'
घर में पत्नी से कोई न कोई छोटा-मोटा कसूर हो ही जाता है । पति की आँखें क्रोध से लाल हो जाती हैं। इस क्रोध में भी प्रेम का ही राज्य रहता है। ऐसे ही किसी अवसर की कल्पना राम के जीवन में की गई है। ____राम का खेत से जरा देर करके आना सीताजी को बेचैन कर देता है। देखिए
मेघुया आकासे रिजली खेलछी भंगा कुड़िया-रे सीताया माल्छी । महाप्रभु से ! पास सरि राम बाहुड़ी गहन्ति एतो बेलो जाए किसो करिछन्ति । महाप्रभु से ! जायो हे लइखन बेगे बिल कु पाणी बाकु रामं कु निज घर कु । महाप्रभु से ! पवन बहुछी मेघ गरज्छी अन्दार कुड़िया-रे सीताया बस्छी । महाप्रभु से ! भाग-रे बल्द पच्छ-रे लइखन
बेगे राम घर कु फेरी पासची । महाप्रभु से ! -'आकाश पर बादल छाए हैं और बिजली चमक रही है। 'टूटी-फूटी झोपड़ी में सीता का मन उदास है। हल चलाकर राम अभी तक वापिस नहीं आए। इतनी देर तक क्या करते होंगे ?
'सीता कहती है-हे लक्ष्मण ! दौड़कर खेत को जानो और राम को घर बुला लाओ।
'हवा चल रही है। बादल गरज रहे हैं। 'अँधेरी कोठरी में बैठी हुई सीता का मन उदास है।
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