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पद्माकर के काव्य की कुछ विशेषताएँ २११ Like a rich jevel in an Ethiop's ear, Beauty too rich for use, for earth too dear; So shows a shury dove trooping with crows. As yonder lady, over fellows shows.
(Romeo and Juliet ) आइभोजन की सौंदर्य-प्रभा भी मिलान करने योग्य हैCytheria,
Hov bravely thou becomes thy bed, fair lily Add whiter than the sheets. 'Tis her breathing that perfumes the chamber thus,
the flame the taper, buirs towards her; and would underpeep her lids To see the enclosed light, now canopied, With blue of heaven's own tinct.
( Cymbeline ) अँगरेजो के प्रथम छंद में जूलियट के शरीर के प्रकाश को मशाल के प्रकाश से अधिक तेजस्वी बताकर उसके और भी उज्वल भाव से जलने का संकेत किया गया है तथा उसके सौंदर्य को इथियन के कर्णमणि के समान रात्रि के कपोल पर शोभायमान बताया गया है। दूसरे छंद में पर्यकोपस्थिता साइथोरिया के गौर वर्ण की उपमा कुमुदिनी से देकर बताया गया है कि उसकी उपस्थिति से, उसके सहज प्रकाश के कारण, उसके बिस्तर की उज्ज्वल चादर किस प्रकार उज्ज्वलतर हो जाती है, उसके श्वासोच्छ्वास से कमरा किस प्रकार सुगंधित हो रहा है और मोमबत्ती का प्रकाश उसके प्रकाश के सम्मुख किस प्रकार मंद पड़कर पलक के पट के पीछे श्वेत एवं नील रंग के चौखटवाले झरोखे में छिपे हुए प्रकाश के लिये छटपटा रहा है। महाकवि के दोनों छंदों के भाव बड़े उत्कृष्ट हुए हैं, इसमें संदेह नहीं। शरीर की उज्ज्वल
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