________________
दरवयान-शहर-मद्रास. ( ३३१ ) MS [ दरबयान-शहर-मद्रास, ] बंबइसे ( ७९४ ) मील दखनपश्चिमकी रुखपर मद्रास एक निहायत उमदा शहरहै. मद्राससे एक-रैलवेलाइन-बेजवाडा-औरकटकहोतीहुइ-और एकलाइन-रायचूर-मनमाड-भुसावल-नागपुर और आसनसोल होतीहुइ-कलकत्तेको गइहै. मद्राससे समुंदरके रास्तेभी कलकत्तेकों जासकते है, मद्राससे पूर्वोत्तर एकपैदल सडकअंगोल-वेजवाडा-राजमहेंद्री-विजयानगर-ब्रह्मपुर-गंजाम-कटक-भद्रक बलेश्वर-और-मेदनीपुरहोते कलकत्तेकों गइहै, एक-पेदलसडकदखनपश्चिम-विलीपुर-त्रिचनापल्ली-मदुरा-और-मनीयाची होकरकन्याकुमारीको गइहै, एकसडक-पश्चिमतर्फ-कटपदी-और-जोलारपेठके पासहोकर-बेंगलोरकों गइहै, मद्रासकों द्रविडिनलोग चीनापट्टन बोलते है, सन (१८९१ ) की मर्दुमशुमारीके वख्त मद्रासकी मर्दुमशुमारी (४५२५१८) मनुष्योकीथी, जैनश्वेतांबर श्रावकोके घर करीब ( ३०० ) और साहुकारपेठमे-दो-जैन श्वेतांबर मंदिर बनेहुवे है, एकमंदिर शुलेबाजारमेंभी मौजूदहै, यात्री शहरमें जाय और मंदिरोंकी जियारतकरे, मद्रासमें बडीवडी आलिशान इमारते और लंबेचौडे बाजारहै, साहुकारपेठ-चीनाबाजार-तिरुमलखेडीमाउंटरोड-जामवाजार-गुजरी-इविनिंगवाजार-कोमठीगली-गडंगगली
और-शुलाबाजार वगेरा नामीबाजारहै, शहरमें शुभहशाम-ट्रामकारचला करती है, इक्का-बगीभी हरजगह तयार मिलेगी, सडकोपर पानीकेनल लगेहुवे और रातको लालटेनोकी रौशनी हुवाकरती है, दरयावकनारे कस्टमहाउस-टेलीग्राफ औफीस-मद्रासवेंक-पोर्ट औफिस-जनरल पोस्टऔफीस-हाइकोर्ट-और-लाइटहाउस-बगेरा बडीलागतके मकानात बनेहुवे है, समुंदर कनारे निहायत उमदादेखाव-और-सडके बनीहुइ-लोग शामकों उधर हवाखोरीके लिये
Shree Sudharmaswami Gyanbhandar-Umara, Surat
www.umaragyanbhandar.com