SearchBrowseAboutContactDonate
Page Preview
Page 443
Loading...
Download File
Download File
Page Text
________________ बयान-शहर-औरंगाबाद-और-जालना. ( ३२५ ) औरंगाबादसे करीब (१५) मीलके फासलेपर इलोरागांव जहां आबाद है पहाडमें उकेरे हुवे गुफामंदिरोंकी वजहसे ज्यादह मशहुर है, सडक पकी बनी हुइ और वहां जानेके लिये सवारी औरंगाबादसे-इक्का-बगी-मिलसकेगी और शुभहके गये हुवे शामको वापिस आसकोगे, इलोरेकी गुफामें कई जगह बुधदेवकी और कइ जगह वैदिक मजहबके देवोकी मूर्तिए बनी हुई है, सबसे दूर जो गुफा है उसमें एकसाथ पांच मंदिर जो पहाडमे उकेरे हुवे मौजूद है, उनमें जैनमूर्तियेभी बनी हुई है, जिसकी मरजी हो-जाय-और-देखे, जगह काबिल देखनेके है. औरंगाबादसे (३०) मील-और-अहमदनगरसे करीब (६०) मील पूर्वोत्तर गोदावरी नदीके कनारेपर-पैठन-एक पुराना शहर है, जो पेस्तर शकजातिके राजा शालिवाहनकी राजधानी प्रतिष्टानपुरके नामसे मशहूर था, यात्री औरंगाबादसे रैलमें सवार होकरचिकलठाना-करमाला-और बदनापुर होते जालनाटेशन जाय, रैलकिराया सातआने लगेगे, जालना एकपुराना शहर है, पेस्तरके दिनोमें बहुत आबादथा, जमाने हालमेभी कदरे बहेत्तर है, बाजार उमदा और हरेक किसमकी चीजे यहां मिल सकेगी, रुइके कइ कल कारखाने यहांपर मौजूदहै और तिजारतभी यहां अछी होती है, जैनश्वेतांवर श्रावकोकी आबादी और मंदिर यहां बने हुवे है, यात्री शहरमें जाय और मंदिरोकी जियारत करे, जालनेसे रैलमें सवार होकर-कोडी-रंजनी-पातुर-सटोना-सेलु-मनवाथरोड-पैदगांव-परभनी-पींगली-पुरनालींबगांव-नानेड-मुगत-मदखेड-सीवनगांव-उमरी-करखेली-धर्माबाद-बसर-नयीठ-निझामावाद-दिचपल्ली-इंडलवाइ-सिरनापल्लीउपलवाइ-कामरेडी-विकनुर--अकनाऐंठ-मिर्जापल्ली-वडीयारम-म Shree Sudharmaswami Gyanbhandar-Umara, Surat www.umaragyanbhandar.com
SR No.034925
Book TitleKitab Jain Tirth Guide
Original Sutra AuthorN/A
AuthorUnknown
PublisherZZZ Unknown
Publication Year
Total Pages552
LanguageHindi
ClassificationBook_Devnagari
File Size23 MB
Copyright © Jain Education International. All rights reserved. | Privacy Policy