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[-जिनाय नमः-]
[जैन-तीर्थ-गाइड,
( उर्दू,) (जैन-जियारत-गाह.)
[इबादत,] (जिनगुण-स्तुति-सवैया-अष्टकौनपदाकार
दुमलछंद.) करुनाकर दिनदयालप्रभु-तुमरे पदपंकजका सरना, सरनागतराखनहारविभु-गुनसिंधु अपारकहा बरना, वरनागरइंद्रकरेमहिमा-मुनिध्यायभवांबुधिको तरना, तरना भवसागर चाहतहुं-हमरायहकाज तुमे करना, __[बीचबयान-तारीफ-मुनिमहाराजोंकी, ] जिनके धरध्यान सुजानभये-सुखदेखत लोचनको मनकों, जिनके सुनबैन सुचैनबधे-परमानकिये प्रभुता जिनकों, जिनके पग लाग सुभागभये-बलीरुपसुपुष्ट करे तनकों, तिनसाधु-यति-मुनिकोंप्रणमुं-गुनगायलहु धिखणाधनकों,
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