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बीकानेर के व्याख्यान
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परिमार्जन करने के लिए उनका सत्कार करना चाहिए । मैं स्वयं उन्हें लिवाने चलूँगा और आदर के साथ हाथी पर बिठाकर ले आऊँगा । जिसने अपमान किया है, वही मान करे तो अपमान मिट जाता है। ____ हाथी सजाकर राजा, सेठ के घर की तरफ रवाना हुआ। सेठ ने जाकर प्रधान से कहा-प्रधानजी, आपको दरबार में पधारना होगा!
प्रधान-क्या गिरफ्तार कराओगे ?
सेठ-क्या मैं पापी हूँ? महराज द्वार पर आ पहुँचे हैं और आदर के साथ आपको ले जाएंगे। ___ सेठ के साथ बाहर आकर प्रधान ने राजा को मुज़रा किया। राज ने हाथी पर बैठने का हुक्म दिया। प्रधान शर्मिन्दा हुश्रा । तब राजा ने कहा-जो होना था, हो चुका । शर्माने की कोई बात नहीं है। मूखों की बातों में आकर मैंने तुम्हारा अपमान किया है। मगर अब किसी प्रकार की शंकामत रक्खा।
दरबार में पहुँच कर प्रधान ने निवेदन किया-मेरे विरुद्ध जो भी आरोप हैं, उनकी कृपा कर जांच कर लीजिए । इससे मेरी निर्दोषिता सिद्ध होगी और चुगलखोरों का मुँह आप ही काला हो जायगा।
जम्बूकुमार अपनी पत्नियों से कह रहे हैं-कहो, मित्र कैसा होना चाहिए ? उनकी पत्नियों ने कहा-पहला मित्र
तो मुँह देखने योग्य भी नहीं है । दूसरे ने हृदय को नहीं पहShree Sudharmaswami Gyanbhandar-Umara, Surat www.umaragyanbhandar.com