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यहहै) एकनोजोबालकलवस्था निकटरह निहेपरस्परक्रीडालडाई औरप्रेमकरते एकदूस रिके गुण दोष भाववाबाल्यावस्थाकेविपरीत लाचरणाजानने औरनगेभीएक दूसरे को देखते हैंनकापरस्पर विवाह होनेसे प्रेमकभीनहींहो। सक्ता(२) दूसराजेसापानी पानीमिलनेसेबिल क्षणगुण नहीं होनविसे एक गोत्रपितृवामानकुल मिविवाहहोनेसेधातुओंके अदलबदल नहीं हो नसे उन्नतिनहींहोनी(३) तीसराजैसे दुग्धमें मि श्रीवा शुंब्यादिधौषधियों केयोग होनेसेउत्तम होनी हवसेहीभिन्न गोत्रमान पित कुलमेएषक बर्नमानस्त्रीपुरुषांका विवाह होनास्तमदै .. (४) धोयेजैमेएकदेश में रोमीहो वह दूसरे देश में वायुसोरम्बानपान के बदलनेसे रोगरहिनहोता है वैमेही दरदेशस्यों के विवाह होने में मुखका मान औरविरोधहानासम्भवपांचवें निकर सबन्ध करने एक दूसरे के मिकर होने में सुख दुस्ख काभान और विरोधदोना भी सम्भव है दूरदे| शस्यों में नहीं दूरस्यों के विवाहमें दूरदूरप्रेमकील म्बाई बढ़ती जानी है निकट विवाहमैनहीं ६) छटे दूरदूरदेशकेयर्नमानघोरपदार्थोकीमा
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