________________ आगम सूत्र 42, मूलसूत्र-३, 'दशवैकालिक' अध्ययन/उद्देश/सूत्रांक नमो नमो निम्मलदंसणस्स पूश्यपाश्री आनंह-क्षमा-दलित-सुशील-सुधर्मसार ३ल्यो नमः 42 दशवैकालिक आगमसूत्र हिन्दी अनुवाद [अनुवादक एवं संपादक] आगम दीवाकर मुनि दीपरत्नसागरजी [ M.Com. M.Ed. Ph.D. श्रुत महर्षि ] OG P1188:- (1) www.jainelibrary.org (2) deepratnasagar.in भेट ड्रेस:- jainmunideepratnasagar@gmail.com भोजा 09825967397 PPPORT मुनि दीपरत्नसागर कृत् (दशवैकालिक) आगमसूत्र-हिन्दी अनुवाद Page 48