________________ आगम सूत्र 16, उपांगसूत्र-५, 'सूर्यप्रज्ञप्ति' प्राभृत/प्राभृतप्राभृत/सूत्र नमो नमो निम्मलदंसणस्स પૂજ્યપાદ શ્રી આનંદ-ક્ષમા-લલિત-સુશીલ-સુધર્મસાગર ગુરૂભ્યો નમ: XXXXXXXXXXX 16 सूर्यप्रज्ञप्ति आगमसूत्र हिन्दी अनुवाद [अनुवादक एवं संपादक आगम दीवाकर मुनि दीपरत्नसागरजी [ M.Com. M.Ed. Ph.D. श्रुत महर्षि ] A 211892:- (1) www.jainelibrary.org (2) deepratnasagar.in भेल ड्रेस:- jainmunideepratnasagar@gmail.com मोजा 09825967397 मुनि दीपरत्नसागर कृत् (सूर्यप्रज्ञप्ति)" आगमसूत्र-हिन्द-अनुवाद” Page 51