________________ आगम सूत्र 12, उपांगसूत्र-१, 'औपपातिक' नमो नमो निम्मलदंसणस्स पूश्यपाश्रीमानंह-क्षभा-सालित-सुशास-सुधर्भसागर ४३ल्यो नमः 12 औपपातिक आगमसूत्र हिन्दी अनुवाद [अनुवादक एवं संपादक] आगम दीवाकर मुनि दीपरत्नसागरजी ' [ M.Com. M.Ed. Ph.D. श्रुत महर्षि ] वेबसाईट:- (1) www.jainelibrary.org (2) deepratnasagar.in भेट ड्रेस:- jainmunideepratnasagar@gmail.com भोपाल 09825967397 A मुनि दीपरत्नसागर कृत् - (औपपातिक) आगमसूत्र-हिन्द-अनुवाद" Page 40