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कुवो छे एम कही खारं पाणी पीए छे, तेमनी पेठे कुलाचारमा जे आवलो छ, अने जेने शास्त्राधार बिलकुल नथी तेने न वलगतां कोई पण जातनी शंका राख्या वगर पशुवधनो त्याग करवो उचित छे. एम करवाथी अन्य आर्य राजाओ तेमना शुभ पगलानुं अनुकरण करशे अने तेमनी निर्मल कीर्ति दिगन्तमा विस्तरी अमर थतां, जेमनामां स्वभावतः आपणा जेटली बल्के तेथी परमात्मा जेटली अनन्त शक्ति विद्यमान छतां राखोडी देवताथी ठकाई जाय छे तेम पूर्वभवना कर्मभारादिथी हाल गुप्त थई गई छे ते अवाचक शरण वगरनां मूगां महिषादि प्राणीओना अन्तरनी शीतल आशिषथी, तेमनुं उत्तरोत्तर कल्याण थशे, सर्व प्रकारनी सुखमां वृद्धि थशे अने परमात्मा शान्ति आपशे. एवी अमारी उमेद छे. परम कृपालु परमेश्वर आपना महाराजाने तेवी सद्बुद्धि आपो.
शिवं भवतु. सेक्रेटरी, रेवा थी ओसोफिकल सोसायटी
वडोदरा.
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