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यूरोपीय महासमर और जोधपुर का सरदार रिसाला
इस रिसाले की उपर्युक्त सेवाओं के उपलक्ष्य में इसके अफसरों और सिपाहियों को कुल मिलाकर ९४ पदक और इनाम आदि मिले थे। इनमें से मुख्य-मुख्य अफ़सरों के नाम आगे दिए जाते हैं:
कर्नल ठाकुर प्रतापसिंह ( संखवाय )
मेजर ठाकुर दलपतसिंह कैप्टिन ठाकुर अनोपसिंह
लैफ्टिनैंट कुँवर सगतसिंह कैप्टिन अमानसिंह मेजर ठाकुर किशोरसिंह
कैप्टन सिंह
रिसालदार उदैसिंह रिसालदार शैतान सिंह
जमादार आसूसिंह जमादार खानसिंह जमादार जवाहर सिंह
जमादार बिशन सिंह
कैप्टन बहादुरसिंह लैफ्टिनैंट मोहबतसिंह
लैफ्टिनेंट भूरसिंह लैटिनैंट अर्जुनसिंह रिसालदार जोग सिंह जमादार अनोपसिंह
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सी० बी० ई०, ओ० बी० आई० ( सरदार बहादुर ) ( प्रथम रैजीमैंट) एम० सी०
एम० सी०, ओ० बी० आई०, ( बहादुर ) आइ० ओ० ऐम० ( स्क्काडून कमाण्डर - प्रथम रैजीमेंट ) एम० सी०,
ओ० बी० आइ०, आइ प्रो० एम०,
ओ० बी० आई०,
प्रो० बी० आई०,
Shree Sudharmaswami Gyanbhandar-Umara, Surat
ओ० बी० आई०,
आइ० ओ० ऐम०,
आइ० ओ० ऐम०,
आइ० प्र० एम०,
आइ० डी० एस० ऐम ०
आइ० डी० एस० ऐम ०
आइ० डी० एस० एम० आइ० डी० एस० ऐम०
आइ० डी० एस० ऐम० प्राइ० एम० एस० एम०
आइ० ऐम० ऐस० ऐम० Croix De Guerre ( फ्रांस का )
इनके अलावा वि० सं० १९७४ की श्रावण सुदि १३ ( ई० स० १९१७ की १ अगस्त) को महाराजा सुमेरसिंहजी साहब अवैतनिक मेजर (Honorary Major) के पद से भूषित किए गए और जोधपुर रिसाले के साथ युद्धस्थल में रहने तक कुँवर ( रावराजा ) हनूतसिंह और कुँबर सगतसिंह को अवैतनिक (द्वितीय) लैटिनैंट के पद दिए गए ।
१. किसी-किसी रिपोर्ट में इसके स्थान पर स्क्वाड्रन कमान्डर ( Squadron Commander) पनेसिंह को मिल्ट्री क्रॉस ( M. C. ) मिलना लिखा है ।
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