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चौलुक्य चंद्रिका]
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मुजफ्फरशाह
- अहमदशाह
मुहम्मद करीमशाह
कुतबुद्दीनशाह
दाऊदशाह
महमूदबेगडा
मुजफकरशाह (द्वितीय)
सिकन्दरशाह
नसीरवां
बहादुरशाह
मीरमहमदशाह
महमूदशाह अहमदशाह (द्वितीय)
मुजफ्फ.रशाह (तृतीय) मुजफ्फरशाह यद्यपि स्वतंत्र हुआ परन्तु उसके अधिकारमें गुजरातका बहुतही थोड़ा भाग आया। परन्तु मुजफ्फरशाहके उत्तराधिकारी अहमदशाहने जूनागढ़, ईडर, धार आदिके साथ लड़ झगड़ अपना अधिकार चारों तरफ बढ़ाया। एवं अपने नामसे अहमदावाद बसा, उसे अपनी राजधानी बनाया। अहमदशाहका पौत्र महमद बेगडा अपने वंशका परम प्रतापी सुलतान हुआ। इसने कच्छ, काठियावाड, चांपानेर, मालवा और सूरत आदिको विजय कर, अपना अधिकार खूब बढ़ाया। एवं अपने नामसे महमदाबाद बसाया। महमद बेगडाके बाद बहादुरशाह अपने वंशका परम विख्यात राजा हुआ। इसने मालवा, मेवाड और मुगलोंसे घोर युद्ध किया। इसके साथही मुसलमान राजका सौभाग्य सूर्य अस्ताचलोन्मुख
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