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आगम शब्दादि संग्रह
आभिनिबोहियनाणारिय. पु०/आभिनिबोधिकज्ञानार्य आभाएत्ता. कृ० ज्ञात्वा]
મતિજ્ઞાનયુક્ત આર્ય, આર્યનો જ્ઞાન આશ્રિને એક ભેદ જાણીને आभिनिबोहियनाणावरण. न० [आभिनिबोधिकज्ञानावरण] | आभोएत्ताण. कृ० [आभोग्य] મતિજ્ઞાનને રોકનાર એક કર્મ
જોવા-જાણવા યોગ્ય आभिनिबोहियनाणावरणिज्ज.न०/आभिनिबोधिकज्ञाना- | आभोएमाण. कृ० [अभोगयत् वरणीय] यो ५२
જોતો-જાણતો आभिनिबोहियनाणि. पु० [आभिनिबोधिकज्ञानिन्]
आभोग. पु० [आभोग] મતિજ્ઞાની
Guयो। विशेष, ज्ञान, सम४, २, आभिनिवेस. पु० [आभिनिवेश]
विस्तार, विटोन, साह, 86
ઉપકરણ, સાધન, પ્રતિલેખન आभिप्पाइय. त्रि०/आभिप्रायिक]
आभोग. पु० [आभोग] અભિપ્રાય યુક્ત
જાણી બુઝીને કરેલ પ્રવૃત્તિ, आभियोग. पु० [आभियोग]
आभोगणया. स्त्री० [आभोगनता] यो ‘आभिओग
ઇહા વિચારણા आभियोग. न० [आभियोग्य]
आभोगणा. स्त्री० [आभोग] નોકરદેવપણું
यो 'आभोग' आभियोगत्ता. स्त्री० [अभियोग्यता
आभोगनिव्वत्तित. विशे०/आभोगनिर्वर्तित यो 64२'
જાણીબુઝીને કરેલું, आभियोगसेढी. स्त्री० [अभियोग्यश्रेणी]
વૈમાનિક દેવનો ક્રોધ, हुमो 'आभिओगसेढी
આહારની ઇચ્છા પૂર્વક બનાવેલ
आभोगनिव्वत्तिय. विशे०/आभोगनिर्वर्तित] आभियोगिय. पु०/आभियोगिक] यो ‘आभिओगिया
જુઓ ઉપર
आभोगनिव्वत्तियाउय. पु०/आभोगनिर्वर्तितायुष्क] आभियोग्ग. न० [आभियोग्य]
'साली निवतित'-मायु નોકરદેવપણું
आभोगबउस. पु० [आभोगबकुश] आभिसेक्क. त्रि० [आभिषेक्य]
જાણીને દોષ લગાડનાર સાધુ રાજ્યાભિષેક યોગ્ય
आभोय. पु० [आभोग] आभिसेय. न० [आभिषेक રાજ્યાભિષેક, પાણીથી સીંચવું
यो ‘आभोगः आभीरी. स्त्री० [आभीरी]
आभोय. धा० [आ+भोगय् આહિર સ્ત્રી
જોવું, જાણવું
आभोयण. पु० [आभोगन] आभूय. पु० [आभूत] ઉત્પન્ન
यो आभोग आभोअ.धा० [आ+भुज
आम. त्रि० [आम] જોવું, જાણવું
કાચું, અપક્વ, સદોષ આહાર आभोएत्ता. कृ०/आभोग्य]
आमअ. पु० [आमय] જોવા-જાણવા યોગ્ય
રોગ, બીમારી
मुनि दीपरत्नसागरजी रचित "आगम शब्दादि संग्रह" (प्राकृत-संस्कृत-गुजराती)-1
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