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ज्झायत्रेयावच्चेण वा तवस्सिवेयावच्चेण वा गिलाणवेयावच्चेण वा खुड्डएण वा खुड्डियाए वा अवजण जायएण वा ॥ २० ॥ वासावासं पज्जोसवियस्स चउत्थभत्तियस्स भिक्खुस्स अयं एवइए त्रिसेसे - जं से पाओ निक्खम्म पुवामेव वियडगं भुच्चा पिच्चा पडिग्गहगं संलिहिय संपमजिय से य संथरिजा कप्पड़ से तद्दिवसं तेणेव भत्तद्वेणं पज्जोसवित्तए, से य नो संघरिजा एवं से कप्पइ दुश्चंपि गाहावइकुलं भत्ताए वा पाणाए वा निक्खमित्त वा पत्रित्तिए वा ॥ २१ ॥ वासावासं पज्जोसवियस्स छुट्टभत्तियस्स भिक्खुस्स कप्पंति दो गोअरकाला गाहाइकुलं भत्ताए वा पाणाए वा निक्खभित्तए वा पविसित्तए वा ॥ २२ ॥ वासावासं पज्जोसविस्स अट्ठमभत्तियस्त भिक्खुस्स कप्पंति तओ गोअरकाला गाहावइकुलं भत्ताए वा पाणाए वा निक्खमित्त वा पविसित्तए वा ॥ २३ ॥ वासावासं पज्जोसत्रियस्त विगिट्ठभन्तिअस्स भिक्खुस कति सवेऽवि गोअरकाला गाहावइकुलं भत्ताए वा पाणाए वा निक्खमित्त वा पत्रित्तिए वा ॥ २४ ॥ ( ८ )
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