________________ 6 [खंड कवि हेमरतन कृत तिणि' कारणि देता पदमिनी', 'बलि मुझ मात हद्द सामिनी / वीरभाण समझावी कहइ-"पदमिणि दीधइ सगलु रहद्द" // 364 // नाथ पखइ सहु काच हाथ, छल-बल भेद न जाँण धान। एक समी कहि इक विपरीत, कोई भार न झालइ चीत // 36 // सगले सुभटे थापी वात- "पद मिणि देशों हिव परभाति" / इम आलोची ऊठ्या जिसइ, पदमिणि' सहु सांभली तिसइ // 366 // 'पदमिणि हेव हीइ खलभली', "वात बुरी मई ए साँभली। खंडुजीभ ! दहुं निज देह ! पिण नवि जाउं अनुराँ गेह // 367 // राजा इणि परि बंधे दी', वाँसह ए आलोचह की। सगला सुभट हूआ सतहीण! हिव किण आगलि भाषु दीण // 368 // वखत इस मुझ आविउँ वही', सरणाई को देवू नही / हिव जगदीस ! करीजह कितुं ? देख संकट आविउं इसु // 369 // रे जीत! तुं नवि भाषे दीण', जीव! म होयो रे सतहीण / 'मरता सटुवइ समरइ सही', 'दुख-सुख कर्म लिख्या होइ मही॥ 370 // कर्म हर्ता कर्म कर्ता, कर्म लील विलास / कमि आगलि को न छटइ, रा रंक नइ दास // 371 // // 364 // 1 तिण / 2 दीजै / / 3 पद मिगी BCE, पदमणी / / 4 म्हांकु दुख्य न लागई (लाग 1) चिणी BCD, एह वात छै समस्या तणी।। 5 समझावद IC, समझा, मुहडांन / 6 हिवद RC, हिवै D, कहै / / 7 दीर्थ D / ८सगलउ BDE, सगलो / ९रहै DIA 352 / // 365 // 1 पखै DE | २काची DE | 3 जांणै DE | 4 झाले DETA प्रतिमें नहीं है। / 4.4 / 8413 / / 439 / / 512 / // 366 // 1 पदमणि D, पदमिन / / 2 देस्यां ICD, दसा / / 3. परभात BCDE | 4 जिस DEI 5 संभलियो BC, सांभली 1, सांभलियो / 6 तिस / बीरभांण कहि वात, मुनहु उमराव प्रधानह / रखडं गढकी मांम, धरा रखहु हीदुआंनह / है राजा पर हथ्थ, है बल देखै भली। देहुं नारी पदमिनी, साहि फिरि जावै दिल्ली। गढि आइ रांण बैठहि तखत, चमर ढुलावहि तुझक धरि / सिल हेठि हाथ आयौ सु तो, छल हुकमति कबहु सुपरि // 513 // / / 367 // १...हिव हियटइ... BC, पदमणि हिवै हिवडै...D, पदमिन हिव चितमै व्याकुली / २खाई ___BCDE | 3 पणि BCDE | 4 जाउंE। // 368 // १...बाँधी दीयउ BC, बाधी दीयौ D, असपति...बाँधी दीयो / 2 वासै D, वाँसै / 3 आलोचज BCDE | 4 कीयउ BC, कीयो D, कीयो / 5 हिवै D / 6 किणि BCD / // 369 // १इसो BCD | 2 आयो BCD | 3 बही BD / 1.3 आज दिवस मुझ एहवो सही / 4 कोइ BE | 5 जगदीश्वर BD, जगदीस्वर / 6 कीजइ BC, कीजे D, करीजै / 7 किसउ BD, किसी। 8 देखो BCDE | 9 आयो BDE, आव्यो / 10 इसो BDE | A 356 / // 37 // १...दीन BC, अरे जीव मत भाषै दीण / 2... होय्यो...c, हिव मत होजे तू सत्तहीण है। ३...सहुयौ समरै...D, मरण थियां सवि सुधरे बात / / 4 बीजी काइन पहुचै घात / A में नहीं है। B 411 / 0 419 / D 445 / 8 518 / / // 371 // 1 लीलवजास / २रंग C ADE में नहीं है। B 412 / 0 420 /