________________ आठमो] गोरा वादल पदमिणी चउपई 'नही तरि प्राणइं लेशा सही', 'जउ तुम्ह इण परि देशउं नहीं। 'जउ तुम्ह देशउ हम पदमिणी', 'तउ छूटेसी गढनउ धणी // 356 // नहीं तरि गढपति लीध ग्रही, गढ पिण' हेवइ लेशा सही। गढ लीधई लीधी पदमिणी, हठी 'असपति करसी घणी // 357 // मरश' सुभट सहू ससनेह, कइ हम सीख कर तुम्हि "एह"। एम कही ऊठिउ परधान, 'तितरइ वोल्या ते ससमान // 358 // "वात विचारी कहाँ अम्हे, ताँ लगि पडखउ इक दिन तुम्हे"। एम कही राखिउ परधान, सुभट करईं आलोच समान // 359 // "कहउ' हिवई परि कीजइ किसी, विसमी वात हुई ए इसी। "जउ ए देशा इम पदमिणी', "तउ पिण मॉम रहइ नही चिणी // 360 // विण दीधइ सहु विणसइ वात, पदमिणि विण का न मिलइ धात / प्राणइए तउ लेशइ ‘सही, जे इम आविउ छइ इहाँ वहीं // 361 // प्राणइ लेता विणसइ घणु', 'न रहइ वाँसइ एको व्रिणुं / "नही तरि जाशइ इक पदमिणि, अवर विणास हुइ नहु चिणी" // 362 // वीरभाँण पिण' पदमिणि दिसी, देता होवइ मन महि खुशी। "इणि मुझ मात तण सोहाग, लेई दीधः दुख दउहाग // 363 // . . . // 356 // १...लेस्यु...,...प्राण लेमु...1, नहि तव लेंगे में खड प्रांण / / 2 जो...देस्यो...BD, गढ गंजिहि गजिहि हिंदूआण E/2/ ३...खुसी न घउ (देउ D)... BD, खुसी होइ द्यौगे पदमिनी E / 4 खुदा न करइ (करै D) राखउं गढ धणी BD, में भी छोडौंगा गटका धणी // /1 / 0 प्रतिमें यह चौपई नहीं है। // 357 // 1 नहि BOD| 2 लीयो C, लीधा / / 3 पणि BCD| 4 हेवें B, हिवै / / 5 लेस्यो B, लेस्युं , लेसु D / 6 लीधै D / 7 पदिमणि C, पदमणी D / 8 हठियो BCDI 9 आलिम RCD | 10 करिसइ / प्रतिमें यह चौपई नहीं है। // 358 // 1 मरउ BC, मरो D 2 सेवक D| 3 4 करो CD I 5 तुम्ह BCDE, प्रतिमें यह अद्धुली नहीं है। 6 कही नइ BC, कही नै DE | 7 गयो BCDE | 8 सुभट करइ (करे D) आलोच समान BCD, सवि आलोच पड्या असमान E/2 | B398 1 0 407 / / 433 / / 506 / // 359 // BCDE प्रतियोंमें यह चौपई नहीं है / A 347 / // 360 // 1 कहु , कहो CDE | 2 हिवै DE | 3 कीजै DE | 4 जइ BC, जै D, जो E, आपइ BC, आपणी C, तो काइ मास रहै नहि चिणी D, तो पिग वट न रहै आपणी। // 361 // 1 दीधै D, दीयां / / 2 सवि BCDE | 3 विणसै CDI 4 पदमणी D, पदमिनी E / 5 मिले DE | 6 प्राण BC, प्राणै DE | ७ई ए IC, पनो DE | 8 लेसह BC, लेसो DE | 9... आव्यो छइ इण परि...(आयौ DE, छै DE) BCDE // 362 // 1 प्राणई RC, प्राणे DE | 2 विग D | 3 दाउ BCD, दाव E / ४...रहई वासई (रहै वासे D) कोइ निणाउ BCD, गढ न रहे नवि छूटे राव / 5 नहि तरि जाइ एक पदमिणी B, नहि तरि जाए ए कामिणी C, नहि तरि जाइ एक पदमणी , नहि तरि इक जातां पदमिणी / ६...न होवइ... BC,...न होवै...D, धरती रहै रहै गढ धणी E / // 363 // 1 पणि BCD, पिण / 2 पदमणी D, पदमिन / / 3 थ्या / / 4 तणो BCDE | 5 दीधी DE| 6 दोहाग BCDE |