________________ द्वारों की दोनों बाजुओं पर चार पंखुडी वाले पुष्प में मन लगाकर प्रत्येक रेखा पर 9-9 नवकार / इस प्रकार तीन किल्ले की 12 रेखा पर 108 नवकार का ध्यान हो सकता है / (51) अक्षर-अंक ध्यानः- मन को स्थिर करने का एक उपाय यह है कि-हम नवकार पदों के अक्षर बोले किन्तु अंक (नंबर) देते हुए बोले / जैसेकि 'न' -1, 'मो' 2, 'अ' -3, 'रि' -4, 'हं' - 5, 'ता' -6, - 'णं' -7 / बाद तुरंत दूसरे पद के अक्षरों पर अंक दें- 'न' -8, 'मो' -9, 'सि' -10 इत्यादि / कुल 68 अक्षर / खयाल रखना कि प्रथम पद में 7 तक अंक आएगा, दुसरे पद में 12 तक तीसरे पद में 19 तक.... / प्रश्न :- क्रिया में मन कैसे स्थिर रहे ? उत्तर :- क्रिया में मन को स्थिर रखने के लिए यह सोचना कि- (i) मुझे वफादारी से यह क्रिया करनी है, वास्ते दूसरा कोइ विचार न किया जाए / (i) सूत्र के अक्षर बोलते समय सामने लिखे हुए सूत्र को देखना / (ii) भगवान या गुरु के आगे हम क्रिया करते हैं तो वहाँ खयाल रहे कि-सूत्रपदों को उन्हें हम सुना रहे हैं / वहां पद-पद स्पष्ट सुनाया जाय / (iv) बड़ों के साथ बात करने में दूसरे के साथ बात न की जाए / 229680