________________ फुलाइ हुइ फिटकरी आदि अचित्त हैं / अन्त में कुछेक सचित्त खुले रखकर बाकी का त्याग तथा पर्वतिथि, चौमासे आदि में सचित्त का सर्वथा त्याग करना / इस व्रत में 22 अभक्ष्य, 32 अनन्तकाय का त्याग करना होता है, इसी प्रकार 15 कर्मादान त्याज्य हैं / (इसका स्पष्टीकरण बाद के प्रकरण में किया जायेगा) सातवें व्रत में धान्य, शाग-भाजी, फल, मेवा मसाले आदि के आवश्यक नाम नोट करके उनके अतिरिक्त शेष का जीवन पर्यन्त उपयोग न करने का नियम लिया जाता है / इसी प्रकार आगे 'व्रत नियम' के प्रकरण में बताया जायेगा कि 14 नियमो का आजीवन परिमाण नियत किया जाता है / जैसे कि आजीवन प्रतिदिन २०द्रव्यो से अधिक का उपयोग नहीं ___ करूँगा / बाद में हर रोज इतने या इससे कम नियत किये जाते हैं / 8. गुणव्रत : अनर्थदण्ड विरमणव्रत : जीवन जीने के लिए अनावश्यक वस्तुओं का त्याग करना / अन्यथा अनर्थ = निष्प्रयोजन दंड भागी होना पड़ता है / अनर्थ के रूप में चार बातें हैं, i. दुर्ध्यान, ii. अधिकरण (पाप के साधन) का प्रदान, iii. पापोपदेश, iv. प्रमादाचरण / पहले तीन का तो सतत 2648