________________ न कहना, दूसरे की झूठ की सलाह से जवाब न देना, नकली झूठे बहीखाते दस्तावेज न लिखना इन बातों की पूरी सावधानी रखनी चाहिए ! 3. अणुव्रत : स्थूल चोरी का त्याग : स्थूल अदत्तादान विरमण :- "राज्य दण्ड दे, लोग निन्दा करें ऐसी चोरी मैं न करूं" यह प्रतिज्ञा / इसमें चोरी, लूटमार, सेंध लगाना, जेब काटना, गठरी उठाना, टिकिट की चोरी, चुंगी की चोरी आदि का त्याग किया जाता है / इस व्रत के सुरीत्या पालनार्थ पाँच अतिचारों से बचना चाहिए चोर को शरण न देना, चोरी के माल का संग्रह न करना, नकली या मिलावट का माल न बेचना, राज्य विरुद्ध कार्य न करना, खोटे मापतोल न रखना / 4. अणुव्रत : स्वस्त्रीसंतोष-परस्त्रीत्याग : स्थूल मैथुन विरमण :- परस्त्री, वेश्या, विधवा और कुमारी के भोग का त्याग और स्वस्त्री सन्तोष की प्रतिज्ञा / इसका भलीभांति पालन करने के लिए अनंग (काम के अंग के अतिरिक्त अंग को) क्रीड़ा :- तीव्र विषयासक्ति और दूसरो के विवाह न करने की सावधानी रखनी होती है / 5. अणुव्रत : परिग्रह परिमाण :स्थूल परिग्रह विरमण :- धन, धान्य, जमीन, मकान, दुकान, SR 2610