________________ का पालन करुंगा / घर में मोटर, गाडी, पशु, रेडियो, श्रृंगारात्मक चित्रादि नहीं रखूगा-ऐसे अनेक प्रकार के त्याग के नियम लिए जा सकते हैं / श्रावक धर्म के स्थूल अहिंसा, स्थूल सत्य.... इत्यादि बारह व्रत भी धारण किये जा सकते हैं / (26) अभक्ष्य और कर्मादान अभक्ष्य पदार्थों को खाये बिना भी जीवन चल सकता है / (i) इनको खाने से इन में विद्यमान बहुत जीवों की हिंसा होती है | (ii) इससे बहुत सा पाप लगता है; व (iii) कुसंस्कार पडते हैं / वे विकार भी उत्पन्न करते हैं / अतः अभक्ष्य का तो जीवनभर के लिए त्याग होना चाहिए / ऐसे अभक्ष्य पदार्थ 22 हैं / वे ये हैं, - (1) रात्रि भोजन, (2-5) चार महाविगय (मांस, मदिरा, मधु, मक्खन) में उसी वर्ण के असंख्य जीव पैदा होते हैं / इस बात को दूसरे धर्म वालें भी मानते हैं / अन्डा खून की गोलियां, कोडलीवर ओईल, हेमोग्लोबीन, लीवर एक्ष्ट्रेक्ट के इंजक्शन, ...आदि भी मांस में गिने जाते हैं / मधु में मक्खी अपवित्र पदार्थ भरती है, व असंख्य उड़ते जीव चिपककर मर जाते हैं / तथा मधु को प्राप्त करने में कई भवरियाँ कुचली जाती है / मक्खन में सूक्ष्म जीव उत्पन्न होते है / 2 220