________________ किया जाता, शेष समय में चार आहार का या पानी को छोड़कर तीन आहार के त्याग का पच्चक्खाण रहता है / एकासन में दिन में केवल एक बैठक में ही आहार लिया जाता है / शेष दिन में तीन आहार का और रात में चारों आहार का त्याग रहता है / ___रूक्ष नीवी - एकासन में दूध, दही, घी, तेल, गुड़ और कढ़ाई में तले हुए पदार्थ आदि इन 6 विगइ का त्याग तथा फल, मेवा, हरे शाक का त्याग होता है यह रुक्ष नीवी है / आयम्बिल में इन पदार्थो के अलावा हल्दी लाल-मिर्च, कोकम (बाकड़ी), इमली, राई, धनिया, जीरा आदि मसाले का भी त्याग किया जाता है / दूसरे शब्दों में, पानी में पकाये हुए रुक्ष भात, रुखी रोटी, रुखी दाल आदि से एकासना करना होता है / उपवास में दिन और रात के लिए भोजन का त्याग होता है / दिन में अगर लेना हो तो केवल उबाला हुआ (प्रासुक गर्म) पानी लिया जा सकता है / बेआसन से लेकर उपवास तक के तप में पानी केवल तीन उबाले वाला ही उपयुक्त हो सकता है / अधिक तप करना हो तो एक साथ दो उपवास अर्थात् छट्ठ (बेला), तीन उपवास अर्थात् अट्ठम (तेला), 4, 5, 6, 7 उपवास, 8 उपवास (अट्ठाई) आदि किए जाते हैं / इसी प्रकार 'वर्धमान आयंबिल तप', 'नवपद की ओली' का तप, 'बीस स्थानक तप', 'ज्ञान पंचमी तप', '24 भगवान 8 2128