________________ प्रमाण कितना? (3) वस्तु का क्षेत्र कितना?....इत्यादि / 'मार्गणा द्वार' अर्थात् वस्तु पर विचारणार्थ मुद्दे, विषय, (Points) | ये कोन कोन से हैं उन पर विचार करने से पूर्व सत्पद आदि की प्ररूपणा पर दृष्टिपात कर लें / - इसकी गाथा, -- "संतपय परूवणा, द्रव्वपमाणं च खित्तफुसणा य / 5 6 7 8 9 कालो अंतर भागो, भावो अप्पबहुत्तं च / / " 1. सत्पद प्ररूपणाः- अर्थात् प्रस्तुत पद (नाम) की वस्तु की सत्ता को गति इन्द्रिय आदि मार्गणा द्वारों (स्थानों) में प्ररूपित करना / प्ररूपणा = कथन, विचारणा करना / जैसे कि क्या सम्यग्दर्शन नरक गति में हैं? पृथ्वीकाय में होता है? काययोग में है?... 2 द्रव्य प्रमाण :- यह वस्तु संख्या या प्रमाण में कितनी है? 3 क्षेत्र :- वस्तु कौन सी अथवा कितनी जगह में रही है? 4 स्पर्शना :- वस्तु के साथ कितने आकाश प्रदेशों का स्पर्श हैं? जैसे कि परमाणु का क्षेत्र 1 आकाश-प्रदेश, व स्पर्शना 7 आकाश प्रदेशों की; चार दिशाओं के चार प्रदेश + ऊपर नीचे की दो दिशाओं के 2 प्रदेश + 1 परमाणु से आवृत 1 प्रदेश = 7 प्रदेश / 5 काल :- उसकी स्थिति कितने समय की है? कितने समय 21530