________________ પરિશિષ્ટ 8 યોગના આઠ અંગો પાતંજલયોગસૂત્રમાં યોગના આઠ અંગો આ પ્રમાણે કહ્યા છે - यम-नियमासन-प्राणायाम-प्रत्याहार-धारणा-ध्यान-समाधयोऽष्टावङ्गानि // 2-29 // अहिंसासत्यास्तेयब्रह्मचर्यापरिग्रहा यमाः // 2-30 // शौचसन्तोषतपःस्वाध्यायेश्वरप्रणिधानानि नियमाः // 2-32 // स्थिरसुखमासनम् // 2-46 // तस्मिन् सति श्वासप्रश्वासयोर्गतिविच्छेदः प्राणायामः // 2-49 // स्वविषयसम्प्रयोगे चित्तस्वरूपानुकार इवेन्द्रियाणां प्रत्याहारः // 2-54 // देशबन्धश्चित्तस्य धारणा // 3-1 // तत्र प्रत्ययैकतानता ध्यानम् // 3-2 // तदेवार्थमात्र-निर्भासं स्वरूपशून्यमिव समाधिः // 3-3 // - पातञ्जलयोगसूत्राणि યોગના આઠ અંગો - (1) यम - डिंसा, सत्य, अयौर्य, प्रहमयर्य, अपरियड - 2 // पाय भावतो. (2) नियम - शौय (पवित्रात), संतोष, त५, स्वाध्याय, वरनु प्रधान. (3) सासन - ५भासन, सन, स्वस्तिासन वगेरे स्थि२ = निष्५