________________ धातुपाठः] हैमपञ्चपाठी. वैक्लव्ये / 8 पि कृपायाम् / 9 त्रित्वरिष् सम्भ्रमे / 10 प्रसिष् विस्तारे / 11 दक्षि हिंसागत्योः / 12 श्रां पाके। 13 स्मृ आध्याने / 14 दृ भये / 15 नृ नये / 16 ष्टक स्तक प्रतीघाते / 17 चक तृप्तौ च / 18 अक कुटिलायां गतौ / 19 कखे हसने / 20 अग अकवत् / 21 रगे शङ्कायाम् / 22 लगे सङ्गे / 23 ह्रगे लगे षगे सगे ष्टगे स्थगे संवरणे / 24 वट भट परिभाषणे 25 णट नृत्तौ / 26 गड सेचने / 27 हेड वेष्टने / 28 लड जिह्वोन्मथने / 29 फण कण रण गतौ / 30 चण हिंसादानयोश्च / 31 शण श्रण दाने / 32 स्नथ क्नथ क्रथ क्लथ हिंसाः / 33 छद उर्जने / 34 मुदै हर्षग्लपनयोः / 35 ष्टन स्तन ध्वन शब्दे / 36 स्वन अवतंसने / 37 चन हिंसायाम् / 38 ज्वर रोगे। 39 चल कम्पने / 40 हल हल चलने / 41 ज्वल दीप्तौ च / वृत् घटादिः / // इति भ्वादयो निरनुबन्धा धातवः समाप्ताः // 1 अदं प्सांक भक्षणे / 2 भांक दीप्तौ / 3 यांक प्रापणे / 4 वां गतिगन्धनयोः / 5 ष्णांक शौचे / 6 श्रांक पाके / 7 द्रांक कुत्सितगतौ / 8 पांक् रक्षणे / 9 लांक् आदाने / 10 रांक दाने / 11 दांव लवने / 12 ख्यांक प्रकथने / 13 प्रांक् पूरणे / 14 मांक माने / 15 इंक् स्मरणे / 16 इंण्क् गतौ / 17 वींक् प्रजनकान्त्यसनखादने च / 18 छुक् अभिगमे / 19 पुंक् प्रसवैश्वर्ययोः / 20 तुक वृत्तिहिंसापूरणेषु / 21 युक् मिश्रणे / 22 णुक् स्तुतौ / 23 क्ष्णुक तेजने / 24 स्नुक प्रस्रवणे। 25 टुक्षु रु कुंक शब्दे / 26 रुदृक् अश्रुविमोचने / 27 निष्वपंक् शये / 28 अन श्वसक् प्राणने / 29 जक्षक् भक्षहसनयोः / 30 दरिद्राक् दुर्गतौ। 31 जागृक् निद्राक्षये / 32 चकासृक् दीप्तौ। 33 शासूक् अनुशिष्टौ / 34 वचं भाषणे / 35 मृजौक् शुद्धौ / 36 सस्तुक् स्वप्ने / 37 विदक् ज्ञाने / 38 हनंक हिंसागत्योः / 39 वशक् कान्तौ / 40 असूक् भुवि / 41 षसक् स्वप्ने / 42 यङ्लुप् च / इति परस्मैभाषाः / 1 इंङ्क अध्ययने / 2 शी स्वप्ने। 3 हूं अपनयने। 4 पूडौक प्राणिगर्भविमोचने / 5 पृचैङ् पृजुङ् पिजुकी संपर्चने / 6 वृजैकिं वर्जने / ७णिजुकिं विशुद्धौ / 8 शिजुकि अव्यक्ते शब्दे / 9 इडिक् स्तुतौ / 10 ईरिक गतिकंपनयोः / 11 ईशिक् ऐश्वर्ये / 12 वसिक् आच्छादने। 13 आशामुकि इच्छायाम् / 14 आसिक् उपवेशने / 15 कसुकि गतिसातनयोः। 16 णिसुकि चुंबने / 17 चक्षिक व्यक्तायाम् वाचि / इति आत्मनेभाषाः / 1 ऊर्गुग्क् आच्छादने / 2 ष्टुंग्क् स्तुतौ / 3 बॅग्क व्यक्तायाम् वाचि / 4 द्विषींक अप्रीतौ / 5 दुहीक क्षरणे / 6 दिहीक् लेपे। 7 लिहींक आस्वादने इति उभयतो भाषाः। 1 हुंक दानादनयोः / 2 ओहांक् त्यागे / 3 त्रिभीक् भये / 4 ह्रींक् लजायाम् / 5 पृक् पालनपूरणयोः / 6 ऋक् गतौ इति परस्मैभाषाः /