________________ गणपाठः] हैमपञ्चपाठी. क्वथे / मथे / षद्लं। शलं / बुध् / टुवमू / भ्रमू / क्षर / चल / जल / टल / ट्वल / ष्ठल / हल / णल / बल / पुल / कुल / पल / फल / शल / हुल / क्रुश / कस / रुहं / रमिं / पहि / वृत् इति ज्वलादिः // // अथ हैम-धातुपाठः॥ 1 भू सत्तायाम् / 2 पां पाने / 3 घ्रां गन्धोपादाने / 4 मां शब्दाग्निसंयोगयोः। 5 ष्टां गतिनिवृत्तौ / 6 नां अभ्यासे / 7 दाम् दाने / 8 जिं जिं अभिभवे / 9 क्षिं क्षये / 10 इं दुं दूं तूं गतौ / 11 धुं स्थैर्य च / 12 सुं प्रसवैश्वर्ययोः।१३ स्मं चिन्तायाम् / 14 गूं धूं सेचने / 15 औस्व शब्दोपतापयोः। 16 हूँ वरणे / 17 बुं व्हॅ कौटिल्ये। 18 सं गतौ। 19 प्रापणे च / 20 तृ प्लवनरतणयोः / 21 दधे पाने / 22 देव शोधने / 23 ध्यै चिन्तायाम् / 24 ग्लैं हर्षक्षये / 25 म्लें गात्रविनामे / 26 चैं न्यकरणे / 27 3 स्वप्ने / 28 धैं तृप्तौ / 29 के गैंरै शब्दे 30 ष्टथै स्त्य सङ्घाते च / 31 ख्य खदने / 32 बै जै मैं क्षये / 33 . 3 पाके / 34 पैं ओवै शोषणे / 35 ष्णे वेष्टने / 36 फक नीचैर्गतौ / 37 तक हसने / 38 तकु कृछ्रजीवने / 39 शुक गतौ / 40 बुक्क भाषणे 41 उखु राख लाख द्राख्ख ध्राखू शोषणालमर्थयोः। 42 शाखु श्लाखु व्याप्तौ / 43 कक्ख हसने / 44 उख नख णख वख मख रख लख मखु रखु लखु रिखु इख इखु ईखु वल्ग रगु लगु तगु श्रगु श्लगु अगु वगु मगु स्वगु इगु उगु रिगु लिगु गतौ / 45 त्वगु कम्पने च / 46 युगु जुगु वुगु वर्जने / 47 गग्घ हसने / 48 दघु पालने / 49 शिघु आघ्राणे / 50 मधु मण्डने / 51 लघु शोषणे 52 शुच शोके / 53 कुच शब्दे तारे / 54 क्रुश्च गतौ / 55 कुश्च च कौटिल्याल्पीभावयोः / 56 लुश्च अपनयने / 57 अर्च पूजायाम् / 58 अञ्चू गतौ च / 59 वञ्चू चञ्चू तञ्चू त्वञ्चू मञ्चू मुञ्चू मुचू म्रचू म्लुचू ग्लुचू ग्लुंचू षश्च गतौ। 60 ग्रुचू ग्लुचू स्तेये / 61 म्लेच्छ अव्यक्तायाम्वाचि / 62 लछ लाछु लक्षणे / 63 वाछु इच्छायाम् / 64 आछु आयामे / 65 ह्रीछ लज्जायाम् / 66 हू» कौटिल्ये / 67 मूर्छा मोहसमुछाययोः / 68 स्फूर्छा स्मूर्छा विस्मृतौ / 69 युछ प्रमादे / 70 धृज धृजु ध्वज ध्वजु ध्रज ध्रजु वज व्रज षस्ज गतौ / 71 अज क्षेपणे च / 72 कुजू खुजू स्तेये / 73 अर्ज सर्ज अर्जने / 74 कर्ज व्यथने 75 खर्ज मार्जने च / 76 खज मन्थे / 77 खजू गतिवैकल्ये / 78 एजृ कम्पने / 79 ट्वोस्फूर्जा वज्रनिषे। 80 क्षीज कूज गुज गुजु अव्यक्ते शब्दे / 81 लज लजु तर्ज भर्त्सने / 82 लाज लाजु भर्जने च / 83 जज जजु युद्धे / 84 तुज हिंसायाम् / 85 तुजु बलने च / 86 गर्ज गजु गृज गृजु मुज मुजु मृज मृजु मज शब्दे / 87 गज मदने च / 88 त्यजं हानौ / 89 षंजं सङ्गे / 90 कटे वर्षावरणयोः / 91 शट रुजाविशरणगत्यवसादनेषु / 92 वट वेष्टने / 93 किट खिट उत्रासे / 94 शिट