________________ क्रियानिर्णयपरिच्छेदः। [ 27 नमस्यति स्तुते नौति स्तौत्युपास्ते निषेवते / शुश्रूषते शंसती? भजते वरिवस्यति // 13 // प्रणमत्याराधयति नमत्युपचरत्यपि / आश्रयत्याश्रयते [च] वादयत्यभिवन्दते // 14 // कवयत्यर्चत्यूचतीडी(?ड)यते पूजयति मानयति हसति / अर्चतेऽर्हति महति यजते वर्णयति यजति पूजयते // 15 // पणायते पनायते पणायति पनायति / विकत्थते कीर्तयते श्लाघतेऽञ्चति पूजति // 16 // उपश्लोकयते मानयते वर्णयते तथा / अर्हयते महयतेऽर्हयतीडयति स्तवैः // 17 // वितरति ददाति दत्ते सुनोति सुनुतेऽर्पयत्यथार्पयते / ददते व्युत्सृजति धनं यच्छत्यर्थिभ्य उत्कृष्टः // 18 // पालयते पालयति दयतेऽवति रक्षति / गोपायति गोपयति त्रायते पाति रक्षणे // 19 // नाटयति नटति नृत्यति कायति गायति विकुर्वते किलति / 15 क्रीडति दीव्यति कलति [च] खेलति विहरति च खु(खू )देते लसति // 20 // तकति कङ्कति गग्घति जक्षिति प्रहसति स्मयते कगतीति च / तदनु निक्षति चुम्बति रमयत्यहह दुर्ललितः स्मरविक्लवः // 21 // पचते पचति श्राति श्रायति राधयति साधयत्यन्नम् / श्रयति स्नपयति [भृज्जति] भृज्यत इह भर्त्स (ज)ते पाके // 22 // 25 वल्गते स्नाति भुङ्क्ते च चर्वति स्नाति(?) जीवति / खादत्यभ्यवहरति जक्षति [च] सुभोजनम् // 23 // भक्षयत्यादयत्यादयते भक्षयते [तथा] / मसते असत्याहरति गलते [च] गलत्यपि // 24 // बमत्युद्ग(गि)रति छर्दत्युच्छादयति स्रस्यति / निष्ठीवते छर्दयते निष्ठीवति निरस्यति // 25 // क्षेवति क्षेवते वान्तौ वेत्ति जानाति बोधति / जानीते बोधते शास्त्रमुपलभते बुध्यते // 26 // 25