________________ ब्राह्मी 254 ब्राह्मी हैमनिघण्टुशेषान्तर्गतानां शब्दानामनुक्रमः / 269 शब्दः लिङ्गम् अर्थः: श्लोकः . शब्दः लिङ्गम् अर्थः, प्रलोकः बिभीषण पुं० नलु 375 / ब्रह्मण्य न. पद्मनस 163 बिमेदक , बहेडा 82 ब्रह्मदर्भ पुं० अजमोद 257 बिम्बी स्त्री. जहारि ब्रह्मदर्भा स्त्री० ___, २५७पा. बिल्व पुं० बीली ब्रह्मदारु पद्मनस बिल्वका स्त्री हिंगुउत्री २६७पा० ब्रह्मन् चतुर्मुखी रुद्राक्ष 142 बिल्वगंध पुं आजउप्रकार 222 ब्रह्मनिष्ठ न.. पद्मनस 163 बिल्विका स्त्री० हिंगुउत्री ब्रह्मगदप पुं० पलाश 92 विशवती पोयणि ब्रह्ममेखल यज्ञिय मुंज.. 377 विशिनी ब्राह्मणयष्टिका स्त्री भाडंगी 275 बिस न विसु ब्राह्मणी पीक 170 बिसनाभि स्त्री० पोयणि ३२७पा. भाडंगी 275 बीसप्रसूत न० चेतकमल 329 ब्राह्मी शंखाहूली बिसनी स्त्री. पोयणि ३२७पा० बीजक पुं० वीजउरठ बीअउ 99 भङ्गा स्त्री० सण बीजकोश , बीजकोश 332 भगुरा अतिविसु 290 बीजपुष्पिका रस जुवारी भण्टाकी डोल्हरी 194 बीजपूर बीजउरउ भण्डिर पुं० सिरीसु बीजपूर्ण भण्डिल 18 बीजवर , . उडद 389 भण्डी मजीठि 302 बीजस्नेह ,... पलाश . ९१पा० भण्डीर सिरीसु भण्डारी स्त्री मजीठि बीलभद्रिका स्त्री. त्रायमाण २२६पा. भद्रकाली प्रसारणी 342 पुं० म० भुस, ढुंढा 401 भद्रकाष्ठ पुं० न० देवदारु 11. पुस्तिका स्त्री० मूला ३५७पा० भद्रदारु पुं० काञ्चनार बृहती , डोल्हरी 194 पुं० न० देवदारु बृहत्पत्र पुं० मुनिलोध्र 117 भद्रपर्णिका स्त्री० सिवनी बृहत्पुष्पी स्त्री. घूघरु 271 बृहदेला कंकोली एला 32 भद्रबला 342 बृहदला महाबला 263 भद्रमुज शरड बोधि पीपल भद्रमुस्ता मोथ ब्रह्मकाष्ठक न. पद्मनस 163 भद्रयव कुटजबीज ब्रह्मचारिणी स्त्री. ब्राह्मी 343 भद्रलता स्त्री० प्रसारणी 342 ब्रह्मचारिन् पुं० पद्मनस भद्रवती कायफल 148 ब्रह्मजटा दमणउ 251 भद्रवल्ली . , चन्दनशारिवा 314 8 " स्रो 302 बुस 110 भद्रपर्णी " प्रसारणी 341 स्त्री. 381